संसद के मानसून सत्र में आज फिर दूसरे दिन भी मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर गरमा गरम बहस छिड़ी। विपक्ष के सवाल उठाए जाने पर अमित शाह ने करारा जवाब देते हुए विपक्षी गठबंधन के नाम बदले जाने को लेकर सटीक बयान दिया।
शाह ने कहा कि यूपीए अच्छा खासा नाम था, उन्हें आखिर गठबंधन का नाम बदलने की जरूरत क्यों पड़ी? कहीं इसलिए तो नहीं क्योंकि यूपीए 12 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटालों में शामिल थी। जिसमें 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला, कोयला घोटाला, नेशनल हेराल्ड घोटाला, सीडब्ल्यूजी घोटाला बोफोर्स घोटाला वाड्रा का d.l.f. घोटाला, चारा घोटाला आदि शामिल थे। इसलिए हो सकता है। उनके पास नाम बदलने के अलावा कोई रास्ता ना हो, लेकिन हमें अपना नाम बदलने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हम किसी घोटाले में शामिल नहीं है।
#WATCH | This is a very unfortunate incident and it is a shame for society. But why did this video (Manipur viral video) come before the start of this Parliament session? If someone was having this video they should have given it to the DGP, and action would have been taken on… pic.twitter.com/CEd8vTWnPN
— ANI (@ANI) August 9, 2023
मणिपुर मुद्दे पर दिया जवाब
मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सांसद सरकार से लगातार जवाब की मांग कर रही है और आरोप लगा रही है कि वे चर्चा से भाग रहे हैं। बुधवार को अमित शाह ने इस शिकायत को दूर किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले 6 सालों के दौरान कर्फ्यू की कभी आवश्यकता नहीं पड़ी। इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। मैं मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता हूं। हिंसा ना पहले किसी समस्या का समाधान थी ना आज है। मैं आपको इस बात का विश्वास दिलाता हूं कि हम राज्य में शांति लाएंगे साथ ही साथ शाह ने कहा कि मैं पिछले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था। लेकिन विपक्ष का भी चर्चा नहीं करना चाहता था।