भारत और मालदीव के बीच तनाव पूर्ण रिश्तों के बीच प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ईद-उल-फितर के अवसर पर राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को शुभकामनाएं दीं है। पीएम मोदी ने अपने संदेश में यह भी कहा कि भारत और मालदीव द्वारा साझा किए गए सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध पुराने समय से चले आ रहे हैं। भारतीय आयोग ने इसको लेकर एक बयान भी साझा किया है।
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संदेश में कहा कि, “प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि जब हम ईद अल फितर को पारंपरिक उत्साह के साथ मनाते हैं, तो दुनिया भर के लोगों को करुणा, भाईचारे और एकजुटता के मूल्यों की याद आती है, जो एक शांतिपूर्ण और समावेशी दुनिया के निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
On the auspicious occasion of Eid-Al-Fitr, Hon'ble Prime Minister of India 🇮🇳 @NarendraModi extended warm greetings to His Excellency President of Maldives Dr. @MMuizzu, the Government & the people of the Republic of Maldives 🇲🇻.
The full PR is here: 👇@IndianDiplomacy pic.twitter.com/6TGwGKDalc
— India in Maldives (@HCIMaldives) April 10, 2024
आपको बता दें पिछले साल चीन के करीबी माने जाने वाले मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता संभालने के बाद से भारत और मालदीव के संबंधों में खटास आ गई है। इस साल जनवरी में दोनों देशों के बीच संबंध तब खराब हो गए जब उप मंत्री समेत मालदीव के कुछ मंत्रियों ने भारत को निशाना बनाते हुए नस्लवादी टिप्पणियां कीं और लक्षद्वीप को पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के पीएम मोदी के प्रयास का मजाक उड़ाया। इस टिप्पणी ने सोशल मीडिया पर मशहूर हस्तियों सहित कई भारतीयों को उत्तेजित कर दिया, जो द्वीप राष्ट्र के बहिष्कार के आह्वान में शामिल हो गए।
पिछले महीने, मोहम्मद मुइज्जू ने अपनी भारत विरोधी बयानबाजी तेज कर दी थी और कथित तौर पर सभी भारतीय सैन्य कर्मियों को हिंद महासागर द्वीपसमूह छोड़ने के लिए 10 मई की समय सीमा तय की थी। रिपोर्टों के मुताबिक, द्वीप राष्ट्र में लगभग 89 भारतीय सैन्यकर्मी 10 मई तक चले जाएंगे।