केंद्र सरकार के कृषि व प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण यानी APEDA ने हलाल शब्द को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। APEDA ने अपने फैसले में रेड मीट मैन्युअल से हलाल शब्द को हटाने की घोषणा किया है। यह नए आदेश सोमवार की रात को जारी किये गए है। आपको बता दे की बीते कुछ दिनों से हिंदू राइट विंग कुछ ग्रुप सोशल मीडिया में हलाल शब्द को लेकर विरोध कर रहे थे, एवं र कैंपेन चला रहे थे।
APEDA ने बीते दिन फ़ूड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम के स्टैण्डर्ड और क्वालिटी मैनेजमेंट में बदलाव किये गए है। पूर्व में दस्तावेज में लिखा हुआ था कि, जानवरो को हलाल प्रक्रिया का पालन करते हुए जबह किया जाता है। इस में इस्लामिक देशों का खास ध्यान रखा जाता है। वहीं अब नए दिशा निर्देश के अनुसार, मीट जहाँ इम्पोर्ट होना है, उसी देश के मुताबिक जानवरों का जबह किया जाएगा।
हिन्दू और सिख धर्म के खिलाफ था ‘हलाल’
इस नए दस्तावेज में कहा गया है कि, ‘हिंदू धर्म और सिख धर्म के अनुसार ‘हलाल’ मांस खाना मना है. ये धर्म के खिलाफ है. इसलिए समिति इस संबंध में प्रस्ताव पारित करती है कि रेस्टोरेंट और मांस की दुकानों को यह निर्देश दिया जाए कि वे उनके द्वारा बेचे जाने और परोसे जाने वाले मांस के बारे में अनिवार्य रूप से लिखें कि यहां ‘हलाल’ या ‘झटका’ मांस उपलब्ध है.’