गजब! 16 साल में तैयार हुआ ये अनोखा आम, गुठली गूदे से नहीं होती अलग, देखने वालों की उमड़ी भीड़

Shivani Rathore
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Lucknow News : आम का सीजन जाने वाला है, ऐसे में अभी तक आपने कई तरह के आम खाए होंगे परन्तु आज हम आपको एक ऐसे आम के बारे में बताने जा रहे है जो दिखने में तो खूबसूरत है ही पर खाने में भी उतना ही रसीला और अलग स्वाद वाला है. जी हां, आपको बता दे कि आपके पसंदीदा आम दशहरी आम को टक्कर देने के लिए ये आम खासतौर पर बाजार में लाया जायेगा. इसकी एक और रोचक बात यह है कि इस आम के गुदे को दूसरे आमों की तरह गुठली से अलग नहीं किया जा सकता.

लखनऊ में तैयार हुआ है ये ‘आम’
जानकारी के अनुसार इस अनोखे आम के जन्मदाता मलिहाबाद के रहने वाले हाजी कलीम उल्लाह खान है, जिनकी उम्र 83 साल है. उनका कहना है कि 2008 में उनके इसी अद्भुत काम के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है.

बेहद रौचक है इसका नाम
इस आम का नाम बेहद रौचक रखा गया है. जी हां, दशहरी आम के नाम को टक्कर देते हुए इस आम का नाम ‘दशहरी कलीम’ रखा गया है. आपको बता दें कि मलिहाबाद और रहमानखेड़ा दशहरी आम का गढ़ माना जाता है. यहीं से पूरे देशभर में दशहरी आम भेजे जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ वक्त से देखा जा रहा है कि मौसम की मार दशहरी पर बहुत पड़ रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब नए आम ‘दशहरी कलीम’ को जन्म दिया गया है.

देखने वालों की उमड़ रही भीड़
इस अनोखे आम को देखने के लिए कलीम उल्लाह खान के घर पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. दूर-दूर से लोग इस आम को देखने र इसका स्वाद चखने के लिए आ रहे हैं. इस खास मौके पर सभी को कलीम उल्लाह आम फ्री में खिला रहे हैं, जिसकी जमकर तारीफ़ हो रही है.

 

दशहरी कलीम 16 साल में हुआ तैयार
आपको जानकार आश्चर्य होगा कि इस आम को तैयार करने में 16 सालों का समय लगा है. इस आम के जन्मदाता का कहना है कि अगले 5 से 6 साल के अंदर दशहरी कलीम नामक यह आम बाजार में आ आएगा क्योंकि इस साल यह आम बनकर तैयार हो गया है, लेकिन बाजार में उतारने के लिए अभी इसके ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पड़ेंगे. फ़िलहाल हमने 200 पेड़ पूरी तरह से तैयार कर लिए है. आगे और तेजी से बढ़ाएं जाने की उम्मीद है.