इंदौर : नगर प्रतिनिधि ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा से राज्यसभा सदस्य हो गए हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें जो प्रोटोकॉल दिया उसे देखकर लगता है कि वो मुख्यमंत्री जैसी हैसियत जैसा हैं। इंदौर से लेकर उज्जैन के कलेक्टर-डीआईजी न केवल उनसे मिलने पहुंचे, बल्कि पूरे समय एयरपोर्ट पर साथ रहे।
सिंधिया इंदौर एयरपोर्ट पर आए तो कलेक्टर मनीषसिंह और डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र अगवानी के लिए पहुंचे, जबकि अभी वो सांसद भर हैं। एयरपोर्ट पर पर्याप्त पुलिस बल के साथ ही तामझाम मुख्यमंत्री सुरक्षा जैसे दिखाई दे रहे थे। एयरपोर्ट पर वीआईपी रूम में उनके लिए खास इंतजाम थे। इंदौर ही नहीं उज्जैन के कलेक्टर और एसपी भी उनकी आव-भगत करते रहे। इंदौर से उज्जैन तक पुलिस की गाडिय़ों का काफिला उनके साथ चलता रहा।
उज्जैन में तो जनसंपर्क विभाग ने प्रेस नोट जारी किया, सिंधिया के महाकाल सवारी की पूजा करने के फोटो और वीडियो तक भेजे। आम तौर पर राज्यसभा सदस्य के लिए जनसंपर्क विभाग प्रेस नोट जारी नहीं करता है, न ही एयरपोर्ट पर अगवानी करने कलेक्टर-एसपी पहुंचते हैं। सिंधिया को मिले सम्मान की चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि भोपाल से ही ये सब करने के लिए कहा गया था।
सरकार के साथ ही भाजपा सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर सहित तमाम नेता जिस तरह से उनके साथ घूम रहे थे, उसको देखकर भी अंदाज लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में सिंधिया क्या असर रखेंगे। कृष्णमुरारी मोघे का भी एयरपोर्ट पहुंचना चर्चा में रहा। सिंधिया के भाजपा में बढ़ते कद को लेकर बड़े दावे किए जा रहे हैं। सिंधिया समर्थक तो यह तक कह रहे हैं कि भाजपा अगला चुनाव सिंधिया के चेहरे पर लड़ेगी।