पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय पहलवान अमन सहरावत के लिए एक खुशी की खबर आई है। 21 साल की उम्र में फ्रीस्टाइल कुश्ती के 57 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीतने के बाद, अमन सहरावत को रेलवे में प्रमोशन मिला है। उन्हें उत्तर रेलवे में विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में नियुक्त किया गया है और इस पद के साथ उनकी सैलरी भी बढ़ गई है।
सैलरी में वृद्धि, पदोन्नति के साथ मिली नई जिम्मेदारी
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एस. उपाध्याय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उत्तर रेलवे के मुख्य अधिकारी श्री सुजीत कुमार मिश्रा ने ओलंपिक में पदक जीतने के बाद अमन सहरावत को पदोन्नत कर ओएसडी नियुक्त किया है। पहले रेलवे में एक टीटीई की वार्षिक सैलरी लगभग 2.42 लाख रुपये होती है, जबकि अब ओएसडी के पद पर अमन की सैलरी 4.17 लाख रुपये होगी, जो कि उनकी सैलरी में 1.75 लाख रुपये की वृद्धि दर्शाती है।
अमन सहरावत ने ओलंपिक में भारत के लिए छठा पदक जीता और सेमीफाइनल में हार के बावजूद कांस्य पदक जीतकर देशवासियों की उम्मीदों को पूरा किया। अमन सहरावत छत्रसाल अखाड़े के पहलवान रहे हैं और इस साल पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारत के एकमात्र पुरुष पहलवान थे। कुश्ती में पदक जीतने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, अमन ने इस साल भी भारत का गौरव बढ़ाया, जैसा कि पिछले 16 वर्षों से ओलंपिक में कुश्ती में पदक जीतने की परंपरा रही है।