कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन लगाने की अटकलें तेज़ हो गई हैं, मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश को फिलहाल संपूर्ण लॉकडाउन की जरूरत नहीं है. लेकिन हालात तेज़ी से बिगड़ रहे हैं. कई राज्यों में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है.
महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 55,411 नये मामले सामने आये और राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 33,43,951 पहुंच गई है. वहीं संक्रमण से एक दिन में 309 लोगों की मौत होने से कुल मृतक संख्या 57,638 हो गई है, कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र सरकार हफ्ते के सातों दिन लॉकडाउन के पक्ष में है. ऐसे में 15 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
दिल्ली में पिछले दो दिनों से यहां हर दिन साढ़े सात हज़ार से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं. शनिवार को 24 घंटे में 39 लोगों की मौत हुई. पिछले 24 घंटे में पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 10.21 फीसदी रिकॉर्ड किया गया जो कि शुक्रवार को 7.79% पर था. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि लॉकडाउन फिलहाल नहीं लगाया जाएगा. लेकिन दिल्ली सरकार ने शनिवार को सख्त पाबंदियों की घोषणा की. मेट्रो, डीटीसी एवं क्लस्टर बसें 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चलने एवं सभी तरह की सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक एवं धार्मिक सभाओं पर रोक लगा दी है.
मध्य प्रदेश में फिलहाल 60 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया है. हालात बिगड़ने पर इसे बढ़ाया भी जा सकता है.
छत्तीसगढ़ में आज रायगढ़ में 14, महासमुंद जिले में 14 अप्रैल से 22 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है. वहीं कोरबा में 12 अप्रैल से टोटल लॉकडाउन लगाया गया है. तीनों जिलों में 22 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन रहेगा. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने फैसले लिए हैं. इन तीन जिलों को मिलाकर अब तक प्रदेश के 10 जिलों में लॉकडाउन लग चुका है. शनिवार को प्रदेश में रिकॉर्ड 14 हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं जिस कारण पुरे छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन का खतरा बढ़ रहा है