महाराष्ट्र में आज से खुले सभी धार्मिक स्थल, गाइडलाइन्स का करना होगा पालन

Ayushi
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आख़िरकार लंबे इंतज़ार के बाद महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने प्रदेश में धर्मस्थल खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। जिसके बाद आज यानी 16 नवंबर से सभी धर्म स्थल खोले जा रहे हैं। द्धव ठाकरे सरकार ने मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, दरगाह सब कुछ आज से खोलने की अनुमति दे दी है। जी हां कुछ नियमों का पालन करने के साथ साथ ये सभी स्थल खोले जाएंगे। नियमों में मास्क पहनना भी जरूरी होगा, और सोशल डिस्टेंसिंग भी। बता दे, कोरोना महामारी के कारण धार्मिक स्थल 24 मार्च से बंद थे। करीब 8 महीने बाद दोबारा खुलने पर सुबह से ही मंदिरों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।

दरअसल, सुबह 4 बजे से ही मुंबई स्थित श्री सिद्धिविनायक मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ आना शुरू हो गई थी। लेकिन यहां प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं दी गई है। वहीं इस मंदिर के ट्रस्ट के आध्यक्ष आदेश बांदेकर ने बताया कि हर घंटे 100 भक्तों को बप्पा के दर्शन की अनुमति दी जा रही है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का सबसे ज्यादा ख्याल रखा जा रहा है। हर एक घंटे में सैनिटाइजेशन का काम भी हो रहा है। लेकिन सिर्फ 1 हजार भक्त ही सिद्धिविनायक मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे। साथ ही ये भी बताया गया कि एक मोबाइल ऐप विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से सोमवार से श्रद्धालु दर्शन के लिए समय बुक कर सकते हैं।

दर्शन करने के लिए भक्तों को अपने मोबाइल फोन पर ‘श्री सिद्धिविनायक मंदिर’ ऐप डाउनलोड करना होगा। इस ऐप की मदद से भक्तों को दर्शन का समय बुक करना होगा। उसके बाद ही भक्तों को दर्शन की अनुमति दी जाएगी। बता दे, समय बुक करने के बाद एक ‘क्यूआर कोड’ का सृजन होग। जिसकी मदद से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं दिन भर में एक हजार लोगों के लिए ‘क्यूआर’ कोड का सृजन किया जाएगा। साथ ही बैरियर तभी खोला जाएगा जब श्रद्धालु के शरीर का तापमान सामान्य होगा और वह मास्क पहने होगा। हालांकि आरती और पूजा को छोड़कर हर घंटे 100 लोगों को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी।

गाइडलाइन्स –

श्रद्धालुओं को मंदिरों में मास्क पहनकर ही जाने की अनुमति दी जाएगी।
मंदिरों में जाने वाले श्रद्धालुओं के बीच की दूरी कम-से-कम छह फीट होनी चाहिए।
65 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, दस साल से कम उम्र के बच्चे और बीमार व्यक्तियों को घर पर ही रहने की सलाह दी गई है।
सैनिटाइज़र का भी इस्तेमाल करना अनिवार्य है।
सैनिटाइज़र ना हो तो साबुन या हैंडवॉश से भी हाथ धोने को कहा गया है।
गाइडलाइन्स का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, मंदिरों को खोलने के लिए बीजेपी ने आंदोलन छेड़ दिया था। जिसके बाद विरोध बढ़ता ही जा रहा है। इसमेंअनशन भी हुआ। वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने उद्धव सरकार को चिट्ठी भी लिखी। जनता से लेकर आम आदमी तक हर कोई महाराष्ट्र सरकार को सवालों के घेरे में लेते हुए जल्द से जल्द मंदिर खोलने की मांग कर रहा था। जिसके बाद अब मंदिर खोलने का फैसला लिया गया। बता दे, एक महीने पहले मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर, शिरडी में साईं बाबा मंदिर और पुणे में तांबड़ी जोगेश्वरी मंदिर के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनशन किया था।