11 हजार दीपों से जगमग होगा अलीजा सरकार का दरबार, राम मंदिर की प्रतिकृति रहेगी आकर्षण का केंद्र

Deepak Meena
Published on:
  • वंदनवार से सजा वीर बगीची, पीले चावल से भक्त मंडल दे रहा भक्तों को आमंत्रण व निमंत्रण
  • 11 हजार दीपों से जगमगम होगा अलीजा सरकार का दरबार, राम मंदिर की प्रतिकृति रहेगी आकर्षण का केंद्र
  • तीन दिवसीय महोत्सव में होगा मुख्य द्वार का अनावरण, सद्गुरू प्रभुवानंद सद्गुरूदेव का सप्तम पुण्य स्मरण पर होंगे सेवा कार्य

इन्दौर : पंचकुईया रोड़ स्थित 400 साल पुरानी वीर बगीची में तीन दिवसीय महोत्सव 22 से 24 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। वीर अलीजा हनुमान मंदिर पर आयोजित होने वाले मुख्य द्वार अनावरण एवं पुण्य स्मरण कार्यक्रम के लिए शहर के विद्वानों के साथ ही अन्य राज्यों के साधु-संतों को भी आमंत्रित किया गया है। महोत्सव में दीपदान उत्सव, सुंदरकांड, भजन संध्या के साथ ही धर्मसभा भी आयोजित होगी। जिसमें विद्वान वक्ता सभी भक्तों को विभिन्न सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर सभा को संबोधित करते हैं।

श्रीश्री 1008 श्री बाल ब्रह्मचारी प्रभुवानन्दजी सद्गुरू महाराज के शिष्य गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंदजी महाराज ने बताया कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की खुशियां वीर बगीची में भी मनाई जाएगी। वीर बगीची में वंदनवार के साथ ही आकर्षक विद्युत सज्जा भी की जा रही है। दर्शन करने आने वाले भक्तों को निमंंत्रण पत्रिका के साथ ही पीले चावल देकर महोत्सव में शामिल होने का आमंत्रण भी दिया जा रहा है। वीर अलीजा सरकार भक्त मंडल ने बताया कि महोत्सव की शुरूआत सोमवार 22 जनवरी को सांय 6 बजे महाआरती, दीपदान उत्सव, सुंदरकांड व प्रसादी वितरण के साथ होगी। सुबह के सत्र में अलीजा सरकार का अभिषेक पूजन का क्रम चलेगा। मंगलवार 23 जनवरी को सांय 6 बजे आरती के पश्चात द्वारकामंत्री की भव्य भजन संध्या आयोजित होगी। जिसमें द्वारकामंत्री अपने भजनों से सभी भक्तों को थिरकाएंगे। तीन दिवसीय महोत्सव का मुख्य उत्सव बुधवार 24 जनवरी को आयोजित होगा। जिसमें शाम 4.30 बजे अलीजा सरकार की महाआरती के पश्चात शाम 5 बजे मुख्य द्वार का अनावरण गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंदजी महाराज करेंगे।

डेढ़ साल का समय लगा मुख्य द्वार बनने में

गादीपति बाल ब्रह्मचारी पवनानंदजी महाराज ने बताया कि वीर बगीची के मुख्य द्वार के निर्माण में डेढ़ वर्ष का समय लगा है। जयपुर और उड़ीसा के कारिगरों ने मकराना मार्बल (संगमरमर) पर आकर्षक नक्काशी कर इसे मूर्तरूप दिया है। 50 फीट के इस भव्य द्वार की छटा अब बाहर से ही देखते बनती है। सबसे बड़ा द्वार 20 फीट का बनाया गया है तो वहीं आसपास 10-10 फीट के छोटे द्वार बनाए गए हैं।

राम मंदिर की प्रतिकृति रहेगी आकर्षण का केंद्र

अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव की तर्ज पर वीर बगीची में भी दीपावली जैसा उत्सव मनाया जाएगा। तीन दिवसीय महोत्सव में जहां मंदिर के बाहरी हिस्से को राम मंदिर की प्रतिकृति स्वरूप सजाया जाएगा तो वहीं गर्भगृह में विराजित अलीजा सरकार का तीनों ही दिन अलग-अलग थीम पर श्रृंगार होगा। 22 जनवरी को 11 हजार दीपों से वीर बगीची को रोशन कर भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी। मंदिर परिसर व मुख्य मार्ग पर भगवा ध्वज फहराएं जाएंगे।