ड्रामा और एक्शन से भरपूर अक्षय कुमार की फिल्म ‘Bell Bottom’ को इन देशों में किया गया बैन, ये है वजह

Pinal Patidar
Published on:

मुंबई: अक्षय कुमार इन दिनों अपनी फिल्मों को लेकर काफी ज्यादा सुर्ख़ियों में बने हुए है। वह एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में देते जा रहे हैं। अब उनकी मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘बेल बॉटम’ काफी ज्यादा चर्चाओं में बनी हुई है। यह फिल्म 19 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म में अक्षय के साथ ही वाणी कपूर, हुमा कुरैशी और लारा दत्ता मुख्य भूमिका में हैं। वहीं COIVID-19 प्रतिबंधों के बीच दुनिया भर में रिलीज हुई ‘बेलबॉटम’ पर तीन गल्फ देशों ने प्रतिबंध लगा दिया है।

Akshay Kumar की फिल्म Bell Bottom को इन देशों में किया गया बैन, जानें क्या है वजह

बता दें सऊदी अरब, कुवैत और कतर में फिल्म में दिखाए फैंक्ट्स को गलत बताया गया है। फिल्म सर्टिफिकेशन अथॉरिटी का कहना है कि ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है और इसी वजह से इन तीनों ही देशों में ‘बेलबॉटम’ की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है। जासूसी थ्रिलर फिल्म विमान हैजैकिंग की कहानी हैं। ये 1980 के दशक में हुई घटना पर आधारित है। इस घटना से भारत में तूफान आ गया था।

मीडिया रिपोर्ट के हवाले से सूत्र ने कहा, ‘इस बात की प्रबल संभावना है कि मिडिल ईस्ट देशों में सेंसर बोर्ड ने इस पर आपत्ति की होगी और इसलिए इसे प्रतिबंधित कर दिया गया है। बता दें, फिल्म ‘बेल बॉटम’ (Bell Bottom) में अक्षय कुमार ऑपरेशन को लीड कर रहे हैं। इस बीच, रितेश देशमुख, कंगना रनौत और अजय देवगन सहित कई बॉलीवुड सेलेब्स ने अक्षय (Akshay Kumar) और ‘बेलबॉटम’ की टीम को सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज करने और अन्य फिल्मों के लिए रास्ता खोलने के लिए सराहना की है।

Bell Bottom: Akshay Kumar reveals new release date of 'Bell Bottom'

बता दें इस फिल्म को रंजीम एम. तिवारी ने डायरेक्ट किया है। फिल्म को आईएएनएस रेटिंग 1/2 मिली है। फिल्म की कहानी की बात करें तो अक्षय कुमार एक रॉ एजेंट के रूप में हैं जो बिना किसी का खून बहाए एक अपहृत विमान को फिर से पकड़ने और सभी यात्रियों को जीवित भारतीय धरती पर सुरक्षित रूप से उतारने के असंभव मिशन को पूरा करता है। यह हर तरफ स्लीक और स्टाइलिश है। फिल्म की कहानी दमदार बताई जा रही है और हर किरदार एक बैक स्टोरी या अचानक ट्विस्ट के साथ आता है ताकि दर्शकों की दिलचस्पी कम न हो। फस्र्ट हाफ में एडिटिंग क्रिस्प हो सकती थी, लेकिन सेकेंड हाफ इतना स्मूद और पेस है कि आपको पता ही नहीं चलेगा कि फिल्म कब खत्म होगी।