अखिलेश यादव के बयान सेे कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें, महागठबंधन पर मंडराए संकट के बादल, कहा; अमेठी-रायबरेली …

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उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर बात बिगड़ती ही जा रही है. बता दें सोनिया गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ने के लिए मना कर चुकीं है.उन्होनें राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया है. सूत्रों को मानें तो प्रियंका गांधी को इस बार रायबरेली सीट से चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है. इस बीच समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होनें कहा कि रायबरेली कांग्रेस का गढ़ नहीं है.

बता दें सपा और कांग्रेस में रायबरेली और अमेठी को लेकर मेचुअल साझेदारी रही है. हालांकि इस बार सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने और प्रियंका गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने के सवाल पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अमेठी-रायबरेली कांग्रेस की पारंपरिक सीट ज़रूर रही है, लेकिन वो कांग्रेस का गढ़ नहीं है. इससे पहले ही सपा-कांग्रेस में इंडिया अलायंस में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अटकी हुई है.

गौरतलब है कि रायबरेली सीट गांधी परिवार की पारंपरिक सीट रही है। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी अगस्त 1964 से फरवरी 1967 तक उच्च सदन की सदस्य थीं. 1999 में रायबरेली से सोनिया गांधी ने पहलेी बार जीता था चुनाव रायबरेली लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली 77 वर्षीय सोनिया गांधी पहली बार 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद वहां से सांसद चुनी गई थीं. सोनिया गांधी ने 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा.