अखिलेश यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना, तांडव के विरोध को बताया बेबुनियाद

Rishabh
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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर निशाना साधा है। यादव ने कहा है अभी युवा नेताओ के सपा पार्टी में सदस्य्ता मिलने से युवाओ में काफी उत्साह नजर आ रहा है। यादव का कहना है अब युवाओ को भी समझ में आ चूका है की केंद्र व् राज्य की बीजेपी सरकार उन्हें काफी समय से निराश कर रही है। साथ ही यादव ने आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी का मुद्दा उठाया है और उन्होंने सपा सरकार के आने से विश्वविद्यालय के भव्य तरीके से बनाये जाने की बात कही है।

अखिलेश यादव ने बीजेपी के तांडव को लेकर किये जा रहे विरोध को भी बेबुनियाद बताते हुए उनका कहना है कि ये विरोध केवल लोगो के ध्यान को भटकने के लिए किया जा रहा है। साथ ही जौहर अली विश्वविद्यालय को लेकर उनका कहना है कि बीजेपी केवल ये अपने राजनीतिक लाभ के लिए जमीन का आदिग्रहण कर रही है. यादव का दावा है की सपा सरकार के आने से विश्वविद्यालय को और भी बेहतर और भव्य बनाया जाएगा।

बीजेपी की सरकार में घटती नौकरियों को लेकर भी यादव ने कहा कि बीजेपीकी सरकार में लगातार संस्स्थाओं का निजीकरण हो रहा है और नौकरियां घट रही हैं। इस विषय ने देश के युवाओ को काफी चिंता में डाल रखा है। यादव ने बीजपी सरकार पर तंज कस्ते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार नम्बर वन है लेकिन मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री खुद पर लगे आपराधिक मामलों में नंबर वन हैं। बीजेपी नाम बदलने में नंबर वन हैं साथ ही दूसरे के कामों का उद्घाटन करने में नंबर वन हैं। इतना ही नहीं उन्हकै कहना है यूपी नकली शराब से मौतों व राजनीतिक विद्वेष में नंबर वन है।

अखिलेश यादव ने बीजेपी के तमाम आकड़े भी गिनवाए और राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर कहा कि “राष्ट्र की सुरक्षा करने में बीजेपी सरकार पूरी तरह विफल रही है। चीन की सीमा पर निर्माण हो रहा है और सरकार चुपचाप बैठी है, साथ ही सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी का गलत इस्तेमाल कर रही है।

हालही में तांडव नाम की मूवी को लेकर देश में बीजेपी सरकार ने विरोध जताया है जिस कड़ी में अखिलेश का कहना है कि- “बीजेपी जानबूझ क्र चाहती है कि लोग इस तरह के विवादों में पड़े,यादव का कहना है कि नौजवानों के रोजगार और किसानों के मुद्दे पर जवाब से बचने के लिए बीजेपी ने तांडव वेब सीरीज का विरोध शुरू किया है। अखिलेश का कहना है कि सरकार इन्हीं सब में उलझाकर रखना चाहती है ताकि लोग अपने मुद्दे न उठा सके।