नई दिल्ली. विकास लाइफकेयर लिमिटेड को अपने एग्रो प्रोडक्ट्स डिवीजन के लिए महत्वपूर्ण ऑर्डर प्राप्त हुए हैं। इस डिवीजन को लगभग 50 करोड़ रुपये मूल्य के चावल का ऑर्डर मिला है, जो प्रीमियम और ऑर्गेनिक चावल सेगमेंट में इसकी उपस्थिति को मजबूत करेगा। इन मौजूदा आर्डरों में से, 40 करोड़ रुपये प्रीमियम किस्मों के चावल को प्राप्त हुए हैं, जबकि शेष 10 करोड़ रुपये के ऑर्डर ऑर्गेनिक किस्मों के चावल के लिए हैं।
कंपनी के एग्रो प्रोडक्ट्स डिवीजन ने चालू वित्त वर्ष के लिए 450 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है, जो पिछले वित्त वर्ष में प्राप्त 360 करोड़ रुपये की तुलना में साल दर साल के आधार पर 20% से ज्यादा की वृद्धि का लक्ष्य है।
विकास पथ को गति देने के लक्ष्य के साथ, विकास लाइफकेयर लगातार अपने कारोबार का विस्तार करने के अवसरों की तलाश कर रहा है, जो वर्तमान में चल रहे व्यवसायों और प्रोसेसिंग फेसिलिटी का अधिग्रहण करके किया जाएगा। कंपनी ने पहले कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में एग्रो प्रोसेसिंग फैसिलिटी का अधिग्रहण किया था, जिसने कंपनी की क्षमताओं और दक्षताओं को तेजी से बढ़ाने में मदद की है और इसे व्यापक बाजार को पूरा करने में सक्षम बनाया है।
इस से पहले, कंपनी ने बताया था कि दुबई, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के डिपार्टमेंट ऑफ़ इकनोमिक एंड टूरिज्म (द डीईटी), दुबई सरकार ने, “विकास लाइफ केयर इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट एलएलसी” नाम से कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी को शामिल करने को मंजूरी दे दी है और उसी के लिए एक निगमन प्रमाणपत्र जारी किया है।
अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम सेवा और उत्पाद देने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए, विकास लाइफकेयर निरंतर इनोवेशन करता रहता है और यह बदलते बाजार गतिशीलता के अनुकूल होता रहता है। कंपनी की क्वालिटी, सस्टेनेबिलिटी और ग्राहक संतुष्टि के प्रति समर्पण अडिग रहता है, इसीलिए उसे एग्रो प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री में निरंतर सफलता मिल रही है।
विकास लाइफकेयर लिमिटेड (वीएलएल) एक आईएसओ 9001:2015 प्रमाणित कंपनी है, जो पारंपरिक रूप से पॉलिमर और रबर कमपाउंड और प्लास्टिक, सिंथेटिक और नेचुरल रबर के लिए विशेष एडिटिव्स के निर्माण और व्यापार का कार्य कर रही है। पॉलिमर और रबर कमोडिटी (बल्क कंसम्पशन) कंपाउंड और मास्टर-बैच (ईवीए, पीवीसी, पीपी, पीई आदि जैसे इंडस्ट्रियल और पोस्ट कंज्यूमर वेस्ट मटेरियल अप-सायकल कमपाउंड का निर्माण), भारत सरकार की पर्यावरण संरक्षण पहल में योगदान देता है और सैकड़ों हजारों टन प्लास्टिक उत्पादों और पैकेजिंग सामग्री का उपभोग करने वाले समूहों के लिए अनिवार्य ईपीआर दायित्वों को पूरा करता है।
वीएलएल, ओएनजीसी (ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड) पेट्रो एडिशन्स लिमिटेड की एक डेल-क्रेडियर एजेंट भी है, जो एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है जो विभिन्न प्रकार के बेस पॉलिमर और कमोडिटी प्लास्टिक कच्चे माल का उत्पादन करता है।
वीएलएल की सहायक कंपनी मेसर्स जेनेसिस गैस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड स्मार्ट गैस मीटरों के कारोबार मंम लगी हुई है, जिनकी आपूर्ति सभी प्रमुख गैस वितरण कंपनियों को घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए की जाती है। जेनेसिस स्मार्ट गैस और वाटर मीटरिंग में अग्रणी है और जिसकी भारत में घरेलू गैस मीटरिंग
कारोबार में लगभग 20% की हिस्सेदारी है।
कंपनी ने व्यापार वृद्धि को गति देने के लिए विचार खुले रखे हैं और पर्यटन, आतिथ्य और मनोरंजन सहित विभिन्न औद्योगिक और सेवा व्यापार बाजारों की खोज कर रही है। वीएलएल का उद्देश्य इन व्यावसायिक क्षेत्रों में व्यवसायों की स्थापना/अधिग्रहण करने का है जिससे देश और विदेश में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया जा सके। कंपनी की प्रतिभूतियां दोनों स्टॉक एक्सचेंजों, बीएसई (स्क्रिप्ट कोड: 542655) और एनएसई (सिंबल: VIKASLIFE) पर सूचीबद्ध हैं।