वाशिंगटन: हाल ही में हुए बेरुत में भयानक विस्फोट के बाद कई देश पीड़ितों की मदद करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ा रहे है। अमेरिका, फ्रांस जैसे कई देशों की तरफ से ,मदद भी पहुंच चुकी है। वही रविवार को फ्रांस की पहल पर कॉन्फ्रेंस कॉल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई देशों के नेता कॉल में जुड़ेंगे। इस बीच नासा ने धमाके की हाई रेजोल्यूशन की तस्वीरें जारी की हैं।
साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि उन्होंने लेबनानी राष्ट्रपति मिशेल ओउन और फ्रांस के राष्ट्पति इमेनुएल मैक्रों से अलग-अलग बात की है। अमेरिका के तीन बड़े जहाज राहत सामग्री लेकर रवाना हो चुके हैं। इसके अलावा नर्स-डॉक्टर्स की टीम और चिकित्सा सामग्री भी भेजी जा रही है। हम और भी मदद पहुंचाएंगे। कई और देश भी मदद में हाथ बंटाना चाहते हैं।
President @realDonaldTrump has spoken with President Aoun of Lebanon.
3 large aircraft are on the way with medical supplies, food, water, and emergency equipment to help. pic.twitter.com/haYxQKbAdz
— The White House 45 Archived (@WhiteHouse45) August 8, 2020
वही लेबनान को सहायता देने के लिए कई देशों के शीर्ष अधिकारियों ने बेरुत जाना शुरू कर दिया है। बता दे कि यूरोपियन काउंसिल के अध्यक्ष और अरब लीग के प्रमुख अहमद अबुल घेइत भी यहाँ पहुंच चुके है। अहमद अबुल घेइत ने लेबनानी राष्ट्रपति से मुलाकात करने के बाद कहा कि हमारा संगठन हरसंभव मदद करेगा। हम विस्फोट की जांच में भी सहयोग के लिए तैयार हैं।
गौरतरलब है कि पूरे लेबनान में राजनीतिक नेतृत्व के खिलाफ प्रदर्शन होने शुरू हो चुके है। सरकारी तंत्र की अक्षमता, कुप्रबंधन और चौतरफा भ्रष्टाचार को लेकर लोगों में भारी गुस्सा भरा है।
वही नासा ने सिंगापुर की भू-वेधशाला के सहयोग से बेरुत धमाके की हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें जारी की हैं। जिसमे बेरुत का पूरा चित्र साफ हो जाता है।
A @NASAJPL team, in collaboration with @EOS_SG, used satellite-derived data to map the likely extent of damage from the Aug. 4 explosion in Beirut. Maps like this one can help identify badly damaged areas where people may need assistance: https://t.co/osF7y1tOQ3 pic.twitter.com/mamSfRGK4Q
— NASA (@NASA) August 8, 2020
मंगलवार को बेरुत बंदरगाह पर हुए भीषण धमाके में 154 लोगों की मौत हो गई थी और 5,000 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।