India coffee export record : दुनियाभर में चाय के निर्यात में अग्रणी भारत अब कॉफी निर्यात में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के अप्रैल से नवंबर तक भारत का कॉफी निर्यात पहली बार $1 बिलियन का आंकड़ा पार कर गया है, जो पिछले साल की तुलना में 29% की वृद्धि दर्शाता है। यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, और वैश्विक बाजार में उसकी कॉफी की मांग में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
भारत का प्रमुख कॉफी निर्यात बाजार
भारत की उच्च गुणवत्ता वाली कॉफी का प्रमुख निर्यात इटली, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी और तुर्की जैसे देशों में हो रहा है। भारत, जो 2022-23 में दुनिया का आठवां सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक था, अब कॉफी के वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत पहचान बना रहा है।
कॉफी निर्यात में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि
भारत पारंपरिक रूप से चाय उत्पादन में दुनिया भर में सबसे आगे था, लेकिन अब उसने कॉफी निर्यात के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। इसका मुख्य कारण यूरोपीय संघ द्वारा लागू किए गए नए वन संरक्षण नियम (EUDR) हैं, जिनके चलते भारतीय कॉफी की मांग में वृद्धि हुई है। खासकर रोबस्टा कॉफी की कीमतों में 63% तक की बढ़ोतरी हुई है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में भारत का कॉफी निर्यात 12.22% बढ़कर 1.28 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया, जबकि 2022-23 में यह 1.14 बिलियन डॉलर था। यह वृद्धि भारत के निर्यातकों के लिए एक बड़ी सफलता है।
रोबस्टा कॉफी की बढ़ती वैश्विक मांग
भारतीय कॉफी अपनी गुणवत्ता और स्वाद के कारण दुनिया भर में एक प्रमुख नाम बन चुकी है। भारत मुख्य रूप से दो प्रकार की कॉफी का उत्पादन करता है – अरेबिका और रोबस्टा। अरेबिका कॉफी हल्के और सुगंधित स्वाद के कारण अधिक महंगी होती है, वहीं रोबस्टा कॉफी का स्वाद तीखा और गहरा होता है।
भारतीय कॉफी उत्पादन में रोबस्टा की हिस्सेदारी 72% है, और इसकी वैश्विक पहचान लगातार बढ़ रही है। भारत, रोबस्टा कॉफी के उत्पादन में विश्व स्तर पर पांचवे स्थान पर है। इस प्रकार, भारत अब चाय उत्पादन और निर्यात में अपनी श्रेष्ठता के बाद कॉफी निर्यात में भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है।