काका श्री से प्रेरणा के बाद 2002 से गोलू शुक्ला कर रहे भव्य बाणेश्वरी कावड़ यात्रा का आयोजन, इंदौर के 4 हजार से ज्यादा लोग महेश्वर से उज्जैन तक जाने वाली इस कावड़ यात्रा में होंगे शामिल

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इंदौर. में सौभाग्यशाली हूं कि ईश्वर ने मुझे इस काम के लिए चुना है मेरा बचपन से ही धर्म के प्रति बहुत ज्यादा रुझान रहा है, यह सब मुझे विरासत के रूप में मिला है। कई सालों पहले काका श्री सुरेंद्र कुमार जी शुक्ला निमाड़ से निकलने वाली भव्य कावड़ यात्रा का स्वागत करते थे। वह हमेशा से ही इस यात्रा की तैयारियों से लेकर कावड़ यात्रियों के स्वागत की जिम्मेदारी मुझे देते थे। यहां से मुझे धर्म के रास्ते यह कार्य कावड़ यात्रा निकालने की प्रेरणा मिली और सन 2002 में हमने महेश्वर से महाकाल की नगरी उज्जैन तक के लिए बाणेश्वरी कावड़ यात्रा निकाली। आस्था और विश्वास की प्रतिक यह भव्य कावड़ यात्रा आज से 21 साल पहले इंदौर से शुरू हुई इस भव्य कावड़ यात्रा में शुरुआत में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग शामिल होते थे धीरे-धीरे यह कारवां बढ़ता गया और आज महेश्वर से उज्जैन के लिए निकाले जाने वाली इस सात दिवसीय 21 वी बाणेश्वरी कावड़ यात्रा संघ में इंदौर से लगभग 4000 से ज्यादा कावड़ यात्री सम्मिलित होकर महेश्वर से बाबा महाकाल के दरबार में उपस्थित होंगे।

इंदौर से हुई रवाना कावड़ यात्रा आज महेश्वर में पूजा अर्चना के बाद उज्जैन के लिए होगी रवाना

21 साल से महेश्वर से उज्जैन तक निकाले जाने वाली यह भव्य कावड़ यात्रा आज इंदौर से भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना के बाद मरीमाता से रवाना हुई। गोलू शुक्ला ने भगवा ध्वज फहराकर यात्रा को रवानगी दी। जिसमें शहर और पूरे मध्यप्रदेश से लगभग 4000 से ज्यादा कावड़ यात्री सम्मिलित हुए और महेश्वर के लिए रवाना हुए हैं। यहां आज यह कावड़ यात्री नर्मदा जी का जलाभिषेक एवं दुग्धाभिषेक करेंगे और 11 मीटर की चुनरी चढ़ाएंगे और इसके बाद यात्रा का प्रारंभ करेंगे। कावड़ यात्रियों के लिए बस और अन्य वाहनों की व्यवस्था की गई है। साथ ही उनके खाने-पीने और अन्य सामान के लिए व्यवस्था बाणेश्वरी कावड़ यात्रा संघ द्वारा की गई है। इस यात्रा में हर वर्ग के लोग शामिल होते हैं साथ ही इसमें युवा भी बड़ी भारी संख्या में शामिल होते हैं।

आज महेश्वर से रवाना होने के बाद 7 दिन के सफर का सफर तय कर अगले सोमवार तक पहुंचेगी यात्रा उज्जैन

महेश्वर से सुबह 9 बजे पूजा पाठ के बाद यात्रा रवाना होगी इसके बाद इसका अगला पड़ाव 31 किलोमीटर बाद गुजरी होगा। दूसरे दिन यह यात्रा गुजरी से मानपुर 26 किलोमीटर का सफर तय करेगी। वहीं तीसरे दिन मानपुर से महू कि 27 किलोमीटर की यात्रा तय की जाएगी। महेश्वर से शुरू हुई यह यात्रा चौथे दिन महू से इंदौर 24 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए पहुंचेगी। इसी के साथ पांचवे दिन इंदौर से 26 किलोमीटर भोरसला के लिए रवाना होगी। छठे दिन यह भव्य यात्रा भोरसला से पंथपिपलई के लिए रवाना होगी वही अंतिम दिन यानी सातवें दिन रविवार को यह यात्रा बाबा महाकाल के शहर उज्जैन में शाम तक पहुंच जाएगी। वही सोमवार की सुबह 4:00 बजे भस्म आरती में शामिल होकर कावड़ यात्री जल चढ़ाएंगे और बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे।

यह यात्रा शहर में सुबह 9 बजे से शाम तक करेगी भ्रमण, पहुंचेगी सांवेर रोड़

बाणेश्वरी कावड़ यात्रा महू से इंदौर चौथे दिन यानी 14 तारीख को पहुंचेगी। शहर में अन्नपूर्णा क्षेत्र से महाराणा प्रताप चौक, महू नाका, कलेक्टर ऑफिस, राजवाड़ा, इमली बाजार, मरीमाता होते हुए उज्जैन के लिए रवाना होगी। सुबह 9 बजे पूजा अर्चना करने के बाद यह यात्रा पूरे दिन लगभग शाम के 6 बजे तक इंदौर में भ्रमण करेगी। यहां शहर में अनेक स्थानों पर कावड़ यात्रा के स्वागत में पुष्प वर्षा और कावड़ यात्रियों के लिए जल और फरियाल का इंतजाम किया जाएगा।युवाओं को अपनी संस्कृति और धर्म से जोड़ने से मकसद से शुरू हुई यह कावड़ यात्रा आज मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी कावड़ यात्रा में शामिल है। 21 साल से सतत रूप से निकाली जा रही इस कावड़ यात्रा में अभी तक लाखों लोगों ने भाग लेकर पुण्य की प्राप्ति की है।

यात्रा में होंगे कई विकलांग भी शामिल, सभी यात्रियों के लिए होगी व्यवस्था

इस सात दिवसीय बाणेश्वरी कावड़ यात्रा संघ में शामिल होने वाले कावड़ यात्रियों का पंजीयन किया गया है इन यात्रियों को कावड़ यात्रा की टीशर्ट, लोटे और अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई है।इन कावड़ यात्रियों के लिए जगह जगह पर खाने की चीजें, फरियाल से लेकर अन्य सुविधाएं मौजूद रहेगी इस कावड़ यात्रा में कई ट्रक भी चलेंगे जिसमें अन्य जरूरी सामान मौजूद रहेगा साथ ही यात्रा के दौरान लगने वाली हर जरूरी चीजें भी कांवड़ यात्रियों को उपलब्ध करवाई जाएगी। इस कावड़ यात्रा में कई विकलांग भी हिस्सा लेंगे उनके लिए साइकल और व्हीलचेयर का इस्तेमाल भी किया गया है। साथ ही कावड़ यात्रियों के लिए रुकने वाले स्थान पर भोजन से लेकर अन्य व्यवस्था की जाएगी ताकि कावड़ यात्रियों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो। कावड़ यात्रा में झांकियां भी चलेगी जिसमें कई लोग शिव जी और भगवान के पात्र बनकर उनकी वेशभूषा धारण कर साथ साथ चलेंगे। साथ ही यात्रा में 12 ज्योतिर्लिंग और अन्य मंदिरों के बारे में झांकियां प्रदर्शित की जाएगी। इस बार कावड़ यात्रा में झांकी में लाडली बहना योजना की थीम पर भी एक झांकी होगी।

हमारा परिवार विगत 42 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी एवं जनसंघ के प्रति समर्पित रहा है

शहर में धार्मिक आयोजनों मैं सबसे आगे रहने वाले गोलू शुक्ला का परिवार विगत 42 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी एवं जनसंघ के प्रति समर्पित रहा है। वह बताते हैं कि धार्मिक, राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम को निरंतर आयोजित करने की प्रेरणा मुझे अपने परिवार द्वारा विरासत में प्राप्त हुई है। इंदौर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गोलू शुक्ला के अगर बात राजनीतिक सफर की करी जाए तो 1995 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सक्रिय सदस्य, 1998 से भारतीय जनता पार्टी में क्रियाशील सदस्य, 2004 मैं नगर निगम चुनाव में वार्ड 6 से बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी रहे। वही 2009 से 2011 तक प्रदेश संयोजक मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा, वर्ष 2011 से 18 तक नगर अध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा, इंदौर महानगर, विधानसभा, लोकसभा नगरीय सहकारी संस्था चुनावो में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार में सहभागिता रही है।

गणेश चतुर्थी से लेकर नवरात्रि के अवसर पर होते हैं यह भव्य आयोजन

हर साल कावड़ यात्रा के साथ साथ होली, रंग पंचमी पर राधाकृष्ण रासरंग मंच द्वारा फाग यात्रा का आयोजन किया जाता है। हर साल नवरात्रि के अवसर पर ब्रह्मा शक्ति नवदुर्गा मंडल इंदौर के माध्यम से सफलतापूर्वक नव दुर्गा उत्सव का आयोजन, प्रतिवर्ष गणेश चतुर्थी के अवसर पर मरीमाता चौराहा स्थित सिद्धि विजय गणेश मंदिर में युवा मंडल गणेश उत्सव समिति इंदौर के माध्यम से स्वयं की अध्यक्षता में महाआरती का आयोजन किया जाता है जिसमें लगभग 3000 से भी अधिक संख्या में जनसमूह एकत्रित होता है। प्रतिवर्ष विभिन्न अवसरों पर सर्व समाज द्वारा यात्राओं का आयोजन होता है इसमें हम शामिल होते हैं।

धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ गरीबों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं गोलू शुक्ला

इसी के साथ प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर, प्रति वर्ष फरवरी माह में स्वास्थ्य शिविर, कुष्ठ रोगियों को प्रतिवर्ष बस द्वारा शिर्डी ओमकारेश्वर एवं उज्जैन दर्शन के लिए पहुंचाना, शासकीय विद्यालय में गरीब छात्राओं को कंप्यूटर और अन्य सामग्री वितरण करना, हर साल रक्षाबंधन का पवित्र तोहार अनाथ आश्रम की बहनों के साथ मनाना, राज्य सरकार की जन हितेषी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना, प्रतिवर्ष धर्म सभा का आयोजन, कवि सम्मेलन, खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन उनके द्वारा किया जाता है।