देश में इस वक़्त अरविन्द केजरीवाल का मुद्दा अपनी चरम सिमा पर है। इस मुद्दे पर अब विदेश भी सवाल उठा रहे है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने भारत के जवाब के बाद एक बार फिर कहा कि हम अपने रुख पर कायम हैं और इससे किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हमें उम्मीद है कि मामले में कानूनी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर पूरी होगी।
इसके अलावा अमेरिका ने कांग्रेस पार्टी से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज करने पर भी बयान दिया। मैथ्यू मिलर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि टैक्स अथॉरिटी ने उनके बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं। इससे उन्हें चुनाव अभियान चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। हम उम्मीद करते हैं कि निष्पक्ष कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
‘कल मंगलवार को भारत ने दिया था जवाब’
ANI के मुताबिक, विदेश मंत्रालय में करीब 40 मिनट तक यह बैठक चली। भारत ने अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका के बयान पर जवाब दिया है कि हम भारत में कुछ कानूनी कार्यवाहियों के संबंध में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताते हैं। कूटनीति के लिए राज्यों से दूसरों की संप्रभुता और आंतरिक मामलों का सम्मान करने की आवश्यकता होती है।
‘लोकतंत्र के मामले में ये जिम्मेदारी और भी बड़ी’
विदेश मंत्रालय ने कल बयान में आगे कहा कि लोकतंत्र के मामले में ये जिम्मेदारी और भी बड़ी है। अन्यथा यह एक अस्वस्थ मिसाल कायम कर सकता है। भारत की कानूनी प्रक्रियाएं एक स्वतंत्र न्यायपालिका पर आधारित हैं, जो उद्देश्यपूर्ण और समय पर परिणामों के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस पर आपत्ति जताना ठीक नहीं है।