भोपाल के बाद जबलपुर-ग्वालियर में दिग्गी के खिलाफ हुई FIR, इंदौर में भी दिया गया ज्ञापन

diksha
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इंदौर: खरगोन दंगे के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया था. उन्होंने मस्जिद पर चढ़े एक शख्स का फोटो शेयर करते हुए इसे खरगोन का बताया था लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया. यह फोटो खरगोन का नहीं बल्कि बिहार का है जिसके चलते अब दिग्विजय मुसीबत में पड़ गए हैं. भोपाल क्राइम ब्रांच में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसी के साथ ग्वालियर और जबलपुर में भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

इंदौर में भी भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, सांसद शंकर लालवानी, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के द्वारा असत्य तथ्यों के आधार पर ट्वीट किए गए फोटोग्राफ्स डालकर धार्मिक अशांति फैलाने की शिकायत पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर की है.

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ज्ञापन के माध्यम से शिकायत करते हुए बताया गया कि दिग्विजय सिंह ने 12 अप्रैल को सुबह 8:30 बजे फैब्रिकेटेड फोटोग्राफ के साथ ट्वीट करते हुए धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की है. इन फोटोग्राफ्स का खरगोन में हुई घटना से कोई संबंध नहीं है, लेकिन उन्होंने अशांति फैलाने के लिए एक संप्रदाय को दूसरे संप्रदाय के प्रति भड़काने की मंशा से ये पोस्ट डाला है. जिसकी वजह से प्रदेश में लोग उत्तेजित हुए हैं और हिंसात्मक घटनाएं हो रही हैं. इसलिए दिग्विजय सिंह के इस कदम को अपराधिक प्रवृत्ति का मान कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर कठोर कदम उठाया जाए.

ज्ञापन देने के दौरान नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, सांसद शंकर लालवानी, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता महामंत्री सुधीर कोल्हे, सविता अखंड, गोलू शुक्ला, मीडिया प्रभारी रितेश तिवारी, कार्यालय मंत्री ऋषि सिंह खनूजा, नितिन पांडे उपस्थित रहे

यह है पूरा मामला

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने फोटो को शेयर करते हुए लिखा था कि क्या लाठी तलवार लेकर धार्मिक स्थल पर झंडा लगाना सही है? खरगोन प्रशासन इसकी इजाजत देता है. हालांकि जब दिग्विजय को यह पता चला कि यह पोस्ट गलत है तो उन्होंने इसे डिलीट कर दिया था. लेकिन प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा में उनके खिलाफ एक्शन लेने की बात कहते हुए यह कहा कि वह प्रदेश को दंगों की आग में झोंकना चाहते हैं.

 

मामले को देखते हुए अब दिग्विजय पर आईपीसी की धारा 153 (A), 295 (A), 465 और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले को लेकर भाजपा कार्यकर्ता भी भोपाल क्राइम ब्रांच पहुंचे थे और दिग्विजय के खिलाफ शिकायत की थी. लेकिन बता दें कि पुलिस ने यह मामला राजधानी के एमपी नगर इलाके में रहने वालों प्रकाश माण्डे की शिकायत पर दर्ज किया है. प्रकाश ने क्राइम ब्रांच में शिकायत करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह ने इस तरह का फोटो ट्वीट कर सांप्रदायिक शांति को नुकसान पहुंचाने की और प्रदेश में अस्थिरता लाने की कोशिश की है. उनकी शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने दिग्विजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.