नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान की दहशत के बीच रविवार को राजधानी काबुल से 129 यात्री भारत सही सलामत पहुंच गए है। इन यात्रियों को लेकर एयर इंडिया का विमान एआई244 नई दिल्ली पहुंचा चूका है। गौरतलब है तालिबान के लड़ाके रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में घुस गये और केंद्रीय सरकार से बेशर्त आत्मसमर्पण करने को कहा है। इस बीच, तालिबान से वार्ता की कोशिश नाकाम होने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है और अली अहमद जलाली को देश का अंतरिम प्रमुख बनाया गया है।
इससे पहले तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कतर के अल-जजीरा अंग्रेजी उपग्रह समाचार चैनल को बताया कि चरमपंथी ‘काबुल शहर के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का इंतजार कर रहे हैं।’ साथ ही उन्होंने अपने लड़ाकों और सरकार के बीच किसी भी संभावित वार्ता की जानकारी देने से इनकार कर दिया। हालांकि यह पूछने पर कि तालिबान किस तरह का समझौता चाहता है, इस पर शाहीन ने कहा कि वे चाहते हैं कि केंद्र सरकार बिना किसी शर्त के आत्मसमर्पण कर दें।
कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने देश में संकट हल करने का अधिकार राजनीतिक नेताओं को सौंप दिया है। मोहम्मदी ने कहा कि देश के हालात पर बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को दोहा का दौरा करेगा। प्रतिनिधिमंडल में यूनुस कानूननी, अहमद वली मसूद, मोहम्मद मोहकिक सहित प्रमुख राजनीतिक नेता शामिल है।
तालिबान के करीबी सूत्रों ने कहा कि इस बात पर सहमति बनी है कि गनी राजनीतिक समझौते के बाद इस्तीफा दे देंगे और सत्ता संक्रमणकालीन सरकार को सौंप देंगे। अफगानों ने कहा है कि वे एक राजनीतिक समाधान चाहते हैं और देश में जारी हिंसा को समाप्त करना चाहते हैं। अफगान नागरिकों को डर है कि तालिबान सरकार फिर से क्रूर शासन लागू कर सकती है, जिससे महिलाओं के सभी अधिकार खत्म हो जाएंगे। लोग बैंकों में जमा अपने जीवनभर की कमाई निकालने के लिए एटीएम मशीनों के बाहर खड़े हैं।
वहीं इस बीच अब सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है कि, तालिबान ने अब राजधानी काबुल के कुछ हिस्सों में भी कब्ज़ा कर लिया है।