इंदौर। वर्तमान में आम नागरिकों में नेत्र संक्रमण तेजी से फैल रहा है। नेत्र संक्रमण की रोकथाम करना अति आवश्यक हो गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेत्र संक्रमण की रोकथाम हेतु आम नागरिकों में जागरुकता बढ़ाने हेतु सुझाव जारी किये गये हैं। MGM मेडिकल कॉलेज के अधीन शासकीय नेत्र चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ.डी.के.शर्मा द्वारा बताया गया है कि नेत्र संक्रमण के लक्षणों में आँखों का लाल होना, आँखों में सफेद रंग का कीचड़ आना, आँखों से पानी आना, आँखों में सूजन, आँखों में खुजली और दर्द होना आदि शामिल है।
नेत्र संक्रमण होने पर डॉक्टर की सलाह पर आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें, आँखों को गुनगुने पानी से साफ करें, आँखों को साफ करने के लिये साफ और सूती कपड़े का इस्तेमाल करें, गंभीर लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जायें। नेत्र संक्रमण की रोकथाम हेतु पूरी सावधानी रखना आवश्यक है। नेत्र संक्रमण से बचने के लिये अपनी आंखों को छूने से पहले हाथ आवश्यक रूप से धोये। संक्रमित व्यक्ति अपना टॉवल, तकिया, आई ड्रॉप आदि उपयोग की गई वस्तुएं घर के अन्य सदस्यों से अलग रखें। स्विमिंग पूल तालाबों के प्रयोग से बचे।
कांटेक्स लेंस पहना बंद करें और अपने नेत्र चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही फिर इसे शुरू करें। आँखों के सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग न करें। साफ हाथों से अपनी आंखों के आस-पास किसी भी तरह के स्त्राव को दिन में कई बार साफ गीले कपड़े से धोयें उपयोग किये गये कपड़े को गर्म पानी से धोलें। यदि आँखों में लालिमा हो तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से परामर्श लें। डाक्टर के सलाह के बिना कोई भी ड्रॉप का उपयोग न करें। इस तरह आम नागरिक उक्त समस्त सावधानियाँ बरतने से नेत्र संक्रमण बचा जा सकता है।