18 से अधिक राज्यो के भारतीय प्रबंधन संस्थान के प्रशानिक अधिकारी, सीएमओ ने देखा इंदौर का सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट

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इंदौर। आयुक्त हर्षिका सिंह ने बताया कि स्वच्छता में छटी बार नंबर वन इंदौर शहर की स्वच्छता एवं सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को देखने के लिए देश के विभिन्न प्रदेश/शहर के जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी आ रहे है, इसी क्रम में भारतीय प्रबंधन संस्थान के अन्वेंशण आईआईएम इंदौर के लिए अनुकुलित प्रबंधन विकास कार्यक्रम के तहत देश के 18 से अधिक राज्यो के निगम आयुक्त व सीएमओ ने इंदौर के सॉलिड वेस्ट मेनेजमेंट के तहत शहर के विभिन्न स्थानो का अवलोकन किया तथा इंदौर के सफाई व्यवस्था की की प्रशंसा।

इसके पश्चात देश के 18 से अधिक राज्यो के निगमायुक्त व सीएमओ, आयआयएम के पदाधिकारी द्वारा सीटी बस आफिस में निगमायुक्त हर्षिका सिंह से सौजन्य भेंट कर बैठक ली गई। इस अवसर पर अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा, एनजीओ प्रमुख कैप्टन सनप्रीत सिंह व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

भारतीय प्रबंधन संस्थान के अन्वेंशण आईआईएम इंदौर के लिए अनुकुलित प्रबंधन विकास कार्यक्रम के तहत देश के गुजरात, सिक्कीम, आंध्रा प्रदेश, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, केरला, झारखण्ड, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, हरियाणा, असम, अरूणाचल प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा व अन्य प्रदेशो के निगम आयुक्त व सीएमओ जिनमें अनिल धर्मलिया, जिगमे भुटेला, ए भार्गव तेजा, सरथ चन्द्र, अमित असरे, घनश्याम मीणा, सिपु गिरी, भिनु फ्रेन्स, अनीस बी, रीमती सरन्या वी राज, महेश्वर महतो, लविना पांडे, विनय कुमार प्रोयम, शीतल, धीरेन्द्र कुमार, शीतल कुमारी, पंकज जवाले, उज्जवल पांडे, महेश कुमार, प्रवीण चन्द्र कडपा व अन्य द्वारा स्टार चौराहा स्थित गार्बेज ट्रांसफर कचरा स्टेशन, देवगुराडिया स्थित विभिन्न प्लांट, सिटी बस ऑफिस स्थित आईसीसीसी का अवलोकन किया गया।

इस अवसर पर आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा इंदौर के स्वच्छता अभियान के विस्तृत जानकारी देते हुए, बताया कि किस प्रकार से पूर्व में इंदौर में जगह-जगह कचरा पेटिया हुआ करती थी, जिस कचरा पेटी के आस-पास कचरे के ढेर लगा हुए होते थे, इसके पश्चात इंदौर ने स्वच्छता अभियान के तहत इंदौर को कचरा पेटी से मुक्त करते हुए, शहर के चिंहित वार्ड में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहन चलाये, जिनका जीपीएस सिस्टम के माध्यम से मॉनिटरिंग किया जा रहा है, सभी कचरा संग्रहण वाहनो अपने निर्धारित रूट व समय पर अपने कार्य क्षेत्र में कार्य कर रहे है।  शहर को ओडीएफ मुक्त कैसे किया, पहले गीला-सुखा कचरा संग्रहित किया जाता है, अब हर दिन 6 बिन की तर्ज पर 6 प्रकार का कचरा संग्रहित किया जा रहा है। थैला बैंक, बर्तन बैंक, डिस्पोजल फ्री क्षेत्र, जीरो वेस्ट इवेंट, जीरो वेस्ट शादी, नाला सफाई अभियान, नाला क्रिकेट, नाला मेडिकल चेकअप, नाला फुटबॉल, नाला दंगल व अन्य गतिविधियेां के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनो से संग्रहित कचरे को गारबेज कचरा ट्रांसर्फर स्टेशन तक किस प्रकार से पहुंचाया जा रहा है, इस सेग्रिगेट कचरे को किस प्रकार से टेªचिंग ग्राउण्ड पर डिसेंटलाईज्ड मटेरियल रिकवरी प्लांट व ड्राय वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, कम्पोस्ट प्लांट में प्रोसेस किया जा रहा है। इसके साथ ही टेचिंग ग्राउण्ड में निर्माणधीन बायागैस प्लांट के संबंध में भी विस्तार से जानकारी देते हुए, बताया कि यह एशिया को बडा बायोगैस सीएनजी प्लांट है जहां पर गीले कचरे से बायोगैस का निर्माण किया जाकर उसे लोक परिवहन में उपयोग किया जा रहा है।