मध्य प्रदेश के देवास जिले के अंतिम छोर पर बसे नेमावर से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां सोमवार को तकरीबन 35 परिवार के लोगों ने मुंडन हवन यज्ञ करवाते हुए सनातन धर्म को अपनाया है। मिली जानकारी के अनुसार 45 पीढ़ी पूर्व इन परिवारों के पूर्वज परेशानियों के चलते वर्ग विशेष में मिल गए थे।
लेकिन अब 35 परिवारों के 190 लोगों ने वापस सनातन धर्म अपनाया है। जानकारी के लिए बता दें कि, यह सभी नेमावर के नजदीक दिलवा के रहने वाले हैं जो कि मूल्य ता रतलाम के रहने वाले हैं जो, पिछले कई समय से यहां पर निवास कर रहे थे। बता दें कि, यह सभी एक घुमंतू जाति से आते हैं, जो कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर समय अनुसार पलायन करते रहते हैं।
ऐसे में उन्हें सोमवार को एक साथ ही नर्मदा में मुंडन करते हुए सनातन धर्म को अपनाया और इसके बाद उन्होंने काफी खुशी जाहिर की। सनातन धर्म अपनाने के बाद अब आदिल पठान बन गए आदित्य और नूरी बन गई निशा। सभी ने कहां की पूर्वज अपने मजबूरियों के चलते दूसरे धर्म में मिल गए थे। लेकिन उनके यहां हमेशा से माता की पूजा हुआ करती थी।
गौरतलब है कि, सभी ने आनंद गिरि महाराज की उपस्थिति में सनातन धर्म को अपनाया है इतना ही नहीं इस विषय में जानकारी देते हुए आनंद गिरि महाराज ने बताया कि धर्म परिवर्तन करने वाले सभी 35 परिवार पिछले चार साल से उनके संपर्क में थे.उनके द्वारा पहले भी घर वापसी की इच्छा जताई गई थी।