नई दिल्ली। देश के टॉप अरबपति में से एक है गौतम अडानी जिन्हे आज हर एक इंसान जनता है। वहीं आपको बता दें कि, अरबपति कारोबारी गौतम अडानी के अडानी ग्रुप ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का टेकओवर पूरा कर लिया है। इस बात की जानकारी खुद अरबपति गौतम अडानी ने सोशल मीडिया के जरिए दी। अडानी ने आज यानी मंगलवार को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है। आपको बता दें कि, अडानी ग्रुप बीते कुछ सालों से एविएशन सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है और मुंबई एयरपोर्ट के मैनेजमेंट का टेकओवर इस दिशा में बड़ा कदम है।
अडानी ने साझा की जानकारी
गौतम अडानी ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का टेकओवर पूरा करने की जानकारी देते हुए ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि, ‘वर्ल्ड क्लास मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मैनेजमेंट का टेकओवर करके हमें खुशी है। मुंबई को गौरवान्वित महसूस कराना हमारा वादा है। अडानी समूह बिजनेस, लक्जरी और मनोरंजन के लिए भविष्य का एयरपोर्ट इकोसिस्टम खड़ा करेगा। हम हजारों स्थानीय लोगों को नया रोजगार देंगे।’ वहीं यह बेरोजगारों के लिए भी बहुत खुश की बात है।
We are delighted to take over management of the world class Mumbai International Airport. We promise to make Mumbai proud. The Adani Group will build an airport ecosystem of the future for business, leisure and entertainment. We will create thousands of new local jobs.
— Gautam Adani (@gautam_adani) July 13, 2021
अडानी के 6 एयरपोर्ट
आपको बता दें कि, अडानी ग्रुप के पास अभी 6 एयरपोर्ट है जिसके बाद अब मुंबई को मिलकर इसकी संख्या 7 हो गई है। दरअसल, देश के प्रमुख एयरपोर्ट का मैनेजमेंट प्राइवेट हाथों में देने के लिए केन्द्र सरकार ने वर्ष 2019 में बिडिंग मंगवाई थी। इसमें अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, मंगलुरू, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के हवाईअड्डों के मैनेजमेंट का ठेका अडानी ग्रुप को ही दिया गया था। वहीं बता दें कि, अडानी ग्रुप के पास इन एयरपोर्ट को ऑपरेट करने का 50 साल का ठेका है। एयरपोर्ट मैंनेजमेंट सेक्टर में GMR जैसे बड़े प्लेयर को ध्वस्त कर अडानी ग्रुप ने ये ठेका हासिल किया था।
GVK Group से किया मैनेजमेंट
गौरतलब है कि, पहले मुंबई एयरपोर्ट का मैनेजमेंट GVK Group के पास था ल्र्किन अडाणी ग्रुप ने इस एयरपोर्ट के मैनजमेंट की चाबी खरीद ली। अडानी ग्रुप ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) में GVK Group की हिस्सेदारी खरीदकर इसका मैनेजमेंट हासिल किया है। बता दें कि, अडानी समूह के पास MIAL में पहले से 23.5% की हिस्सेदारी थी।