वास्तु के अनुसार क्यों महत्वपूर्ण है घर की दिशा

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वास्तुशास्त्र एक ऐसी विधा है जिसमे ज्योतिष का संबंध होता है। वास्तु के हिसाब से अगर सभी काम किये जाये तो वो काम सफलतापूर्वक संभव होते है। वास्तु का मनुष्य के जीवन से संबंध होता है। व्यक्ति के जीवन मे वास्तु की बड़ी एहम भूमिका होती है, चाहे वो घर का निर्माण हो या नए काम काज की स्थापना ये सभी वास्तु के अनुसार की जाये तो काफी शुभ होती है, और इससे धन के लाभ की सम्भावना भी बढ़ जाती है।ऐसे तो सभी लोगों के लिए सभी दिशाएं शुभ फलदायी नहीं हो सकती हैं, कभी किसी के लिए कोई दिशा लाभकारी होती है तो वही दिशा किसी दूसरे व्यक्ति के लिए नुकसानदायक होती है।

वास्तु के हिसाब से अपनी सही दिशा को कैसे निर्धारित किया जाए जिससे करियर और पैसों के मामले में लाभ मिले। ऐसे में आइए जानते हैं, ज्योतिष और वास्तु के हिसाब से कोनसी दिशा आपके लिए शुभ है

उत्तर दिशा- वास्तु के हिसाब से आप जब्ब भी कोई नया काम शुरू करने जाएं तो उत्तर दिशा की ओर मुंह कर लेना चाहिए। साथ ही उत्तर दिशा को सफलता की दिशा माना जाता है।

पश्चिम दिशा- वास्तु और ज्योतिष के अनुसार घर में पूजा का स्थान काफी शुभ होता है और इसके स्थान की जगह को दिशा का एक प्रभाव रहता है। और पूजा पथ करते समय व्यक्ति का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए।

घर में बच्चो के पढाई में मन न लगने का कारण भी दिशा ही हो सकती है, और वास्तु के अनुसार छात्रों की पढ़ाई के लिए पूर्व दिशा शुभ होती है। पूर्व की दिशा की ओर मुख करके पढ़ने वालो को निश्चित तौर पर सफलता मिलती है।

घर के वास्तु में भी दिशा का सही होन उतना ही आवश्यक है जितना दुसरे कामो में घर के किचन में यदि आप वास्तु के अनुसार खाना बनाएं और आपका मुख पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा की ओर हो तो शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं भोजन यदि सही दिशा की ओर मुंह करके खाएं तो भोजन से आने वाली ऊर्जा पूर्ण रूप से मिलती है।