Shami Plant : शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पौधे को बेहद ही शुभ माना जाता है। तुलसी के पौधे में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी विराजमान रहते है। तुलसी के पौधे की हिन्दू धर्म में पूजा की जाती है। ऐसे ही शमी के पौधे का भी खास महत्व बताया गया है। इसकी पूजा करने से शनिदोष का असर कम हो जाता है। इसे घर में लगाने से दरिद्रता दूर हो जाती है। आखिर शमी के पौधे का महत्व क्या है और इसे घर में किस दिशा की में लगाना चाहिए? आइए जानते है इसके बारे में….
धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, शमी का पौधे का खास महत्व बताया गया है। इसकी पूजा करने से घर से नकारात्मक शक्ति दूर होती है। साथ ही रामायण में इस पॉउडर की चर्चा की गई है। बताया जाता है कि जब भगवान राम और रावण के बीच युद्ध हुआ था तब युद्ध शुरू होने के पहले भगवान राम ने शमी के पौधे की पूजा की थी। इसी के साथ उन्हें युद्ध में सफलता प्राप्त हुई थी।
शमी के पौधे की पत्तियों को उपयोग भगवान शिव को अर्पित करने के लिए किया जाता है। जिस तरह घर में रोज तुलसी की पूजा की जाती है उसी प्रकार शनिवार के दिन शमी के पौधे की पूजा करना चाहिए और साथ में सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इससे घर में आ रही समस्या आसानी से दूर हो जाएगी। घर में शमी के पौधे को उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।
आमतौर पर अधिकतर घरों में शमी का पौधा देखने को मिलता है लेकिन किसी को पता नहीं होगा कि शमी के पौधे को किस दिशा में लगाना चाहिए। इस पौधे को वसंत ऋतु से गर्मियों के शुरुआती चाहिए। आपको बता दें कि गमले में लगाने से पहले शमी के पौधे को अच्छे कटिंग कर लें। इसके लिए स्वस्थ्य पौधे की 6 से 8 सेमी लंबी कटिंग करनी होगी। ध्यान रखें कि पौधे को गमले में लगाने से पहले उसकी निचले सिरों की पत्तियां हटा दें। इसके बाद इसे गमले में गहराई करके सीधा लगा दें। कुछ समय बाद ही कटिंग में जड़े निकलनी शुरू हो जाएगी। अब यह किसी भी जगह जमीन या गमले में लगाने के लिए तैयार है।