निगम फर्जी घोटाले के मुख्य आरोपी निगम अफसर अभय राठौर को पुलिस द्वारा अपनी गिरफ्त में ले लिया गया है। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद अब पुलिस घोटाले से सम्बंधित सभी पेच के बारे में पूछताछ करेगी। निगम घोटाले का मास्टरमाइंड अभय राठौर को माना जा रहा है। वही मास्टर माइंड ठेकेदार राहुल बडेरा के पत्नी रेनू को स्वास्थ्य आधार पर जमानत मिल गयी है।
‘राठौर के घर के पर टैंकर मिले’
बता दे कि नगर निगम में हुए करोड़ों रुपए के घोटाले के मास्टरमाइंड अभय राठौड़ के गुलाब बाग स्थित घर पर मिले बल्क नल कनेक्शन के बाद निगम को तीन और कनेक्शन मिल गए हैं। तीनों कनेक्शन सीधी लाइनों के माध्यम से जुड़े हुए थे, जो 24 घंटे पानी उपलब्ध कराते हैं। घर के पास और भी टैंकर मिले।
अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या राठौड़ रिश्तेदारों के जरिए पानी बेचने का कारोबार भी करता है। जांच में पता चला कि दूसरे टैंक में चलने वाले नल कभी बंद नहीं होते। जब कनेक्शनों का ब्योरा देखा गया तो पता चला कि दो कनेक्शन मेरे जीजा के नाम और एक मेरे अपने नाम पर है। शुक्रवार को अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से कनेक्शन ढूंढे तो पता चला कि वे सीधे सप्लाई लाइन से जुड़े हुए हैं। मामले में निगम राठौड़ के रिश्तेदार के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
स्वस्थ्य आधार पर मिली जमानत
नगर निगम में फर्जी बिल घोटाले के आरोपी राहुल वडेरा की पत्नी रेनू को जमानत मिल गई है। रेनू ने विभिन्न बीमारियों का हवाला देते हुए जमानत की मांग की। उन्होंने आवेदन में यह भी कहा कि उन्हें इस घोटाले की कोई जानकारी नहीं थी। उनके पति ने उन्हें कागजों में डायरेक्टर बना दिया था। सारे कागजात वही तैयार करते थे। वह इसे मेरे पास हस्ताक्षर करने के लिए लाता था। अकाउंट में पैसा कहां से आ रहा है, कहां जा रहा है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।