AAP पार्षद राम चंद्र का यूटर्न, BJP छोड़ आम आदमी पार्टी में की वापसी

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आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बड़ी राहत मिली है, क्योंकि भाजपा में शामिल होने के बाद राम चंद्र ने अब वापस ‘AAP’ में लौटने का निर्णय लिया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में राम चंद्र ने आम आदमी पार्टी में फिर से शामिल होने की औपचारिकता पूरी की। सिसोदिया ने इस बात की जानकारी अपने X हैंडल पर साझा करते हुए लिखा, “आम आदमी पार्टी के पुराने सदस्य, बवाना विधानसभा के पूर्व विधायक और वर्तमान पार्षद राम चंद्र जी आज हमारे परिवार में लौट आए हैं।”

राम चंद्र ने अपने बयान में कहा कि भाजपा में शामिल होना उनके जीवन की सबसे बड़ी गलती थी और उन्होंने अब अपने भविष्य को ‘AAP’ के साथ ही जोड़ने का निर्णय लिया है। वे अपनी पार्टी में स्थायी रूप से रहने का संकल्प ले चुके हैं।

भाजपा में शामिल होने की गलती मानते हैं राम चंद्र

राम चंद्र ने भाजपा में शामिल होने को अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती करार दिया और अब आजीवन ‘AAP’ में रहने की बात की। उन्होंने कहा कि भाजपा का हिस्सा बनना उनके लिए एक गलती थी और अब वह अपनी पुरानी पार्टी में लौटकर संतुष्ट हैं।

भाजपा में शामिल होने वाले पांच पार्षद

इससे पहले, रविवार को आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका तब लगा जब उसके पांच पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे। ये पार्षद थे: राम चंद्र (वार्ड 28), पवन सहरावत (वार्ड 30), सुगंधा बिधूड़ी (वार्ड 178), ममता पवन (वार्ड 177), और मंजू निर्मल (वार्ड 180)। इन पांच पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से ‘AAP’ की पार्षद संख्या घटकर 127 हो गई थी, जबकि भाजपा के पार्षदों की संख्या बढ़कर 112 हो गई थी।

राम चंद्र की वापसी के प्रभाव

अब राम चंद्र की वापसी के बाद आम आदमी पार्टी की पार्षद संख्या में एक बार फिर से वृद्धि हो गई है। दिल्ली नगर निगम अधिनियम के तहत, स्थायी समिति के 18 सदस्यों में से 6 सदस्य सीधे चुनाव से चुने जाते हैं, जबकि शेष 12 सदस्य नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों में गठित वार्ड समितियों से चुने जाते हैं। राम चंद्र की वापसी से ‘AAP’ के पार्षदों की संख्या में बदलाव आया है, जो पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत है।