एम वाय अस्पताल स्थित पुलिस चौकी पर शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को राजस्थान ले जाने के लिए पुलिस हेड कांस्टेबल ने एंबुलेंस संचालक से 500 रुपए कमीशन लिया,जब तक कमीशन नही दिया गया तब तक शव नही जाने दिया गया। एंबुलेंस संचालक ने बताया की इंदौर से बाहर शव ले जाने का दूरी के हिसाब से कमीशन 100 से 1000 रुपए तक लिया जाता हे ,कमीशन नही देने पर दूसरी एंबुलेंस से शव भिजवाने की धमकी दी जाती हे,इसकी शिकायत एंबुलेंस संघ ने संयोगितागंज थाने में की हे लेकिन अभी तक जांच शुरू नही हो पाई है।
एंबुलेंस संचालक अमन प्रजापत ने बताया की मेरा ड्राइवर गंगापुर राजस्थान निवासी दीपक कहार का शव लेने पहुंचा तो हेड कांस्टेबल दिनेश यादव ने एक हजार रुपए कमीशन की मांग की तथा कहा की जो पोस्टमार्टम करवाने आता हैं। उसे कमीशन देना ही पड़ता हैं। प्रदेश प्रवक्ता संजीव वैद्य ने बताया की यह घटना बहुत अमानवीय और असंवेदनशील हे तथा राज्य की कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह हे , दोषी पुलिस कांस्टेबल एवम सभी संबंधित अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त किया जाए। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा चार दिन बीतने के बाद भी कोई कारवाही न होना दर्शाता हे की सरकार कितनी अमानवीय और उदासीन हे।
आप महापौर प्रत्याशी कमल गुप्ता ने कहा की इंदौर जिलाधीश ने बाहर जाने वाली एंबुलेंस का किराया तय करना चाहिए एवम पुलिस निरीक्षक स्तर के अधिकारी इसकी निगरानी कर यह सुनिश्चित करे की बाहर जाने शव के परिजन को कोई तकलीफ नही हो एवम एमवाय अधीक्षक ऐसी व्यवस्था करे की इस प्रकार की अमानवीय घटनाओं की पुनरावृति न हो। आम आदमी पार्टी उचित कारवाही नही होने पर प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगी।
आप मीडिया सेल