पेशेंट के स्वास्थ्य में मशीनें आर्थिक बोझ ना बने इसलिए आद्य गौड़ ब्राह्मण सेवा न्यास आरोग्य प्रकोष्ठ दे रहा निशुल्क मेडिकल इक्विपमेंट,10 हजार से ज्यादा परिवार हुए लाभान्वित

Suruchi
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इंदौर। आमतौर पर गरीब वर्ग के लोगों के घर में किसी के बीमार पड़ने पर परिवार और घर आर्थिक बोझ के तले दब जाता है। कई बार बेहतर स्वास्थ्य के लिए महंगी मशीनों के इस्तेमाल की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती हैं। ऐसे में महंगी मशीनो को परिवार के लिए खरीदना मुश्किल हो जाता हैं। पेशेंट के परिवारों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए आद्य गौड़ ब्राह्मण सेवा न्यास द्वारा आरोग्य प्रकोष्ठ की शुरुआत की गई।निशुल्क रूप से समाज और मानव सेवा करने के मकसद से संस्था द्वारा जरूरतमंदों की सहायता की जा रही है। आद्य गौड़ ब्राह्मण सेवा न्यास की स्थापना समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा देने के मकसद से कई साल पहले हुई थी इसी के अंतर्गत 2016 में संस्था के अखिलेश शर्मा विनय शर्मा, गौरव शर्मा, प्रशांत पाठक,शशि कुमार शर्मा, अनुज मिश्रा, दीपक शर्मा और अन्य लोगों द्वारा आरोग्य प्रकोष्ठ की शुरुआत की गई। जिसके तहत निशुल्क मेडिकल इक्विपमेंट दिए जाते है। वहीं हाल ही में निशुल्क फिजियोथेरेपी और दवाइयों का संग्रहण कर जरूरतमंदों तक पहुंचाने का कार्य संस्था द्वारा किया जा रहा है।

सवाल.आरोग्य प्रकोष्ठ की शुरुआत कब और कितनी मशीनों से हुई, आज कितनी मशीनें है

जवाब.2016 में पांच इक्विपमेंट्स से शुरू हुए इस प्रकोष्ठ में वर्तमान में छोटे बड़े मिलाकर संस्था के पास दो हजार से ज्यादा इक्विपमेंट है जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा पलंग, सो व्हीलचेयर, 80 ऑक्सीजन सिलेंडर, 60 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन, बाय पेप मशीन, सक्शन मशीन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, व्हीलचेयर, ऑक्सीजन सिलेंडर, फोल्डिंग पलंग, एयर बेड गादी, बेड सपोर्टर, वॉकर, कमोड चेयर,
नेबुलाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर, बीपी मशीन, आईवी स्टैंड और अन्य प्रकार के सामान निशुल्क रूप से वितरित किए जाते हैं। इसी के साथ संस्था द्वारा शहर में एक शव वाहन भी निशुल्क रूप से चलाया जाता है।

सवाल. जरूरतमंदों को मशीन किस आधार पर दी जाती है

जवाब.संस्था द्वारा जरूरतमंदों को निशुल्क रूप से मेडिकल इक्विपमेंट लगभग 7 सालों से उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यह इक्विपमेंट पेशेंट को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दिए जाते हैं। जिसके तहत पहले महीने में पेशेंट के परिजन को एक महीना निशुल्क रूप से यह मशीनें दी जाती है इसी के साथ एक महीने बाद कम से कम 5 रुपए दिन के हिसाब से लिया जाता है। वही किसी की आर्थिक स्थिति यह अमाउंट भी देने की ना हो तो उस पर कोई बोझ नहीं डाला जाता है। पेशेंट की स्वास्थ्य ठीक होने के पश्चात इक्विपमेंट वापस संस्था में जमा करवाया जाता है। वही स्वेच्छा से जमा की गई सिक्योरिटी की राशि तत्काल पेशेंट के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।अगर बात संस्था द्वारा लाभकर्ताओं की करी जाए तो अभी तक लगभग 10 हज़ार परिवारों को इसका लाभ संस्था की मदद से मिला है वही कई बार बाहर के लोगों की भी स्थिति देखते हुए शहर के बाहर भी इक्विपमेंट दिए जाते हैं।

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सवाल. फिजियोथेरेपी सेंटर में किस तरह की समस्या का इलाज़ किया जाता है

जवाब.संस्था द्वारा हाल ही में फिजियोथेरेपी सेंटर की शुरुआत भी की गई है जिसके तहत शहर की बेस्ट फिजियोथैरेपिस्ट अपनी सेवाएं देते है जिसमें 40 रुपए से 70 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से अन्य प्रकार की सुविधाएं दी जाती है। आरोग्य फिजियोथैरेपी सेंटर पर गर्दन दर्द, कमर दर्द, साइटिका, सस्पॉडीलाइटिस, घुटनों का दर्द, एड़ी का दर्द, सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस, माइग्रेन, सर्वाइकल वर्टिंगो, लकवा, फ्रोजन शोल्डर, चेहरे पर टेढ़ापन, जोड़ों का दर्द, अर्थराइटिस, नसों की समस्या, गर्भावस्था, समय पर बच्चों का ना चल पाना और अनेक शारीरिक बीमारियों का इलाज अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में किया जा रहा है वहीं शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सकों की देखरेख में ऑर्थोपेडिक न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का आधुनिक मशीन द्वारा न्यूनतम शुल्क पर उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। सेवाओं का लाभ लेने के लिए सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक स्थान 43 नलिया बाखल भरत मार्ग इंदौर है।

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सवाल.अभी तक संस्था द्वारा कितनी दवाई संग्रहण कर जरूरतमंदो की मदद की जा चुकी है

जवाब.इसी के साथ संस्था द्वारा दवाई संग्रहण भी किया जा रहा है जिसके तहत कोई भी व्यक्ति अपनी अनुपयोगी दवाइयों का सदुपयोग कर यहां पर जमा करवा सकता है यह दवाइयां जरूरतमंदों तक पहुंचा दी जाती है अभी तक संस्था द्वारा 10 लाख से ज्यादा तक की दवाइयां शहर के घरों से कट्टी कर जरूरतमंदों तक पहुंचा दी गई है। इन सब मशीनों को खरीदने में समाज के वरिष्ठ एवं दानदाताओं द्वारा मदद की जाती है उन्हीं के योगदान से या प्रकल्प आज शहर में अपनी सेवाएं दे रहा है।