टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ इन दिनों सोशल मीडिया और क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बने हुए हैं। लेकिन इस बार पृथ्वी किसी बेहतरीन पारी या रिकॉर्ड के लिए नहीं, बल्कि आईपीएल मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहने के कारण सुर्खियों में हैं। उनके पास 75 लाख रुपये का बेस प्राइस था, फिर भी कोई भी टीम उन्हें खरीदने के लिए आगे नहीं आई। पिछले सीजन में पृथ्वी दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे, लेकिन खराब फॉर्म और फिटनेस की वजह से इस युवा खिलाड़ी को टीम से रिलीज कर दिया गया था।
दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल का बयान
पृथ्वी शॉ के अनसोल्ड होने पर दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए पार्थ जिंदल ने कहा, “पृथ्वी एक बेहतरीन बच्चा है, लेकिन उसे कई बार गलत समझा गया है। जब आपको लगातार यह कहा जाता है कि आप खास हैं, सबसे प्रतिभाशाली हैं, और आपको सचिन तेंदुलकर या ब्रायन लारा जैसे दिग्गजों से तुलना की जाती है, तो उस पर दबाव बनता है।” जिंदल का मानना है कि यह दबाव शायद पृथ्वी के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है, क्योंकि यह उस झटके का कारण बन सकता है, जिसकी उसे जरूरत है। पार्थ जिंदल ने उम्मीद जताई कि पृथ्वी जल्द ही अपनी मेहनत से खेल में वापसी करेगा और फिर से अच्छे प्रदर्शन के साथ दिखाएगा।
खराब दौर से गुजर रहे हैं पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ इस समय एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। लंबे समय से वह टीम इंडिया से बाहर हैं, और अब मेगा ऑक्शन में भी उन्हें खरीदार नहीं मिला। इसके अलावा, रणजी ट्रॉफी से पहले पृथ्वी को टीम से ड्रॉप किया गया था, और उनकी खराब फिटनेस को इसका कारण बताया गया।
एक समय था जब पृथ्वी शॉ ने अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताया था और उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक उभरते सितारे के रूप में देखा जा रहा था। लेकिन अब वह घरेलू क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आईपीएल में भी उनका अनसोल्ड रहना इस बात का संकेत है कि उन्हें अपनी फिटनेस और फॉर्म पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
भविष्य में उम्मीदें
पृथ्वी शॉ के पास अभी भी अपने करियर को पुनः स्थापित करने का समय है। यह दौर उनके लिए एक सबक हो सकता है, जिससे वह सीख सकते हैं और कड़ी मेहनत करके अपने प्रदर्शन को बेहतर बना सकते हैं। यदि वह अपने फिटनेस और फॉर्म पर ध्यान देंगे, तो भविष्य में उनके लिए बहुत कुछ संभव हो सकता है। पार्थ जिंदल की बातों से यह साफ जाहिर होता है कि उन्हें एक और मौका मिल सकता है, और उन्हें अपनी क्षमताओं पर विश्वास बनाए रखने की आवश्यकता है।
पृथ्वी शॉ के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन उनके पास वापसी करने का मौका है। उनके लिए यह एक बड़ा सबक हो सकता है कि दबाव और आलोचनाओं का सही तरीके से सामना किया जाए। अगर पृथ्वी अपनी फिटनेस और फॉर्म को सही दिशा में सुधारते हैं, तो वह जल्द ही क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बना सकते हैं।