केरल के वायनाड में आए भीषण लैंडस्लाइड से अभी तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है । इस भयावय आपदा ने कई लोगों ने अपने घर परिवार से बिछड़ गए। इस बीच एक सुखद खबर भी सामने आई है जहां भूस्खलन प्रभावित वायनाड में केरल के वन अधिकारियों द्वारा 8 घंटे के अथक अभियान के बाद एक दूरदराज के आदिवासी बस्ती से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया।
कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी हशीस ने बताया, “परिवार वायनाड के पनिया समुदाय से है, और एक गहरी खाई के सामने एक पहाड़ी की गुफा में फंसा हुआ था।” उन्होंने कहा कि मां और चार साल के बच्चे को गुफा में फंसे अपने अन्य बच्चों और उनके पिता के लिए भोजन की तलाश में भटकते हुए पाया था। के हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने आदिवासी परिवार को बचाया, जिसमें एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे शामिल थे। बचाव अभियान में एक तरफ से साढ़े चार घंटे लगे।
#Kerala: Forest department personnel rescued six tribals, including four children, from a landslide-affected area in #Wayanad.#WayanadLandslide pic.twitter.com/S0xZeddrB9
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 3, 2024
आदिवासियों को बचाने का रास्ता वस्तुतः एक तीव्र ढलान वाला था, विशेषकर भारी वर्षा के बीच। अधिकारियों को चढ़ने के लिए पेड़ों और चट्टानों पर रस्सियाँ बाँधनी पड़ीं, जिसे उन्होंने खतरनाक बताया। उन्होंने आगे कहा, “बच्चे थके हुए थे और हमने उन्हें वही खिलाया जो हम ले गए थे। बाद में, बहुत समझाने के बाद, उनके पिता हमारे साथ आने को तैयार हो गए और हमने बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया और वापस यात्रा शुरू कर दी।”
गौरतलब है कि मंगलवार को वायनाड जिले में हुए भूस्खलन के कारण सड़कें, पुल और अन्य सार्वजनिक बुनियादी ढांचे नष्ट हो गए, जिससे लोग इलाकों में फंस गए। भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 308 लोगों की हो गई है, जिससे यह 2018 की बाढ़ के बाद से केरल में आई सबसे खराब प्राकृतिक आपदा बन गई है।