उत्तर भारत की बर्फीली हवाओं ने एक बार फिर मध्य प्रदेश में शीतलहर का माहौल बना दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की ठंड का असर बढ़ने वाला है और अगले 48 घंटों में ठिठुरन में और वृद्धि हो सकती है। प्रदेश के 29 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है, वहीं 11 जिलों में कोल्ड-डे की चेतावनी भी दी गई है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में विशेषकर 12 जनवरी से प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। इस मौसम के बदलाव से ठंड और बढ़ने की संभावना है, जिससे लोगों को अधिक ठिठुरन का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, अगले 15-20 दिनों तक शीतलहर के प्रभाव में रहने का अनुमान है।
तापमान में गिरावट और शीतलहर का प्रभाव
प्रदेश में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। मंगलवार को दिन के तापमान में 6 डिग्री की गिरावट देखी गई, जिसमें भोपाल सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 6.4 डिग्री सेल्सियस तक गिरा। सिवनी और मंडला में तापमान 5 डिग्री और बैतूल में 4.5 डिग्री सेल्सियस तक गिरा। कई स्थानों पर रात का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक पहुंच चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, 9 जनवरी तक शीतलहर, घने कोहरे और कोल्ड-डे का असर प्रदेश में बना रहेगा। ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग में अगले दो दिन घना कोहरा रहेगा। इसके बाद 10 जनवरी से मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है, जब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और 12 जनवरी से कुछ जिलों में बारिश और मेघगर्जन की संभावना बन सकती है।
कोल्ड-डे और कोहरे के प्रभाव वाले जिले
बुधवार, 8 जनवरी को, प्रदेश के कई जिलों में कोल्ड-डे और घना कोहरा छाने का अनुमान है। शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, रीवा, सतना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, और मैहर जिलों में शीतल दिन और घने कोहरे की संभावना है। ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, मुरैना जैसे जिलों में ठंड का प्रभाव विशेष रूप से तेज रहेगा।
10 जनवरी के बाद बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया कि 10 जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय होने वाला है, जिससे 12 जनवरी से प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश और मेघगर्जन की स्थिति बन सकती है। ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, और टीकमगढ़ में बारिश की संभावना जताई गई है।
आगामी मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 10 जनवरी से मौसम में बदलाव की संभावना है। इसके बाद 12 जनवरी से कुछ जिलों में हल्की बारिश और मेघगर्जन की स्थिति बन सकती है। ला नीना के प्रभाव से फरवरी और मार्च में भी बादल और बारिश की संभावना बनी रह सकती है।