एक माँ जिसने ‘मौत’ के मुहँ से बचा लिया अपना बेटा

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माँ की ममता के किस्से तो कई सुने पर माँ की हिम्मत और बहादुरी के किस्से कम ही सुने होंगे। दरअसल, ऐसा ही एक किस्सा MP के सीधी जिले में हुआ है, जहाँ एक माँ अपने बेटे को बचाने के लिए लगभग 1 KM तक तेंदुए का पीछा करती रहीं। और आखिरकार माँ ने बेटे को बचा ही लिया, लेकिन इस घटना में मां और बेटे, दोनों घायल हो गए।

पुलिस के अनुसार, घटना सीधी जिले के कुसमी ब्लॉक के संजय टाइगर बफर जोन की है। इस बफर जोन की टमसार रेंज में आने वाला बाड़ीझरिया गांव चारों ओर से जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ हैं।.यहीं पर रविवार शाम करीब 7 बजे किरण बैगा अपने बच्चों के साथ अलाव ताप रही थी। किरण का पति शंकर बैगा हैं, जो उस दिन किसी काम से घर से बाहर गया हुआ था। एक बच्चा तो अलाव ताप रहीं किरण की गोद में ही था और दो पास में ही थे। तभी एक तेंदुआ पीछे से आया और बगल में आग ताप रहे बेटे राहुल को लेकर जंगल में भाग गया।

 

बाद में किरण ने मीडिया से बात करते हुए कहा-” मैंने देखा कि बच्चे को तेंदुए ने उठा लिया हैं और वह उसे लेकर जंगल की तरफ भाग रहा हैं। मैं तुरंत उसके पीछे-पीछे भागी। .मैनें तेंदुए का करीब 1 किलोमीटर तक पीछा किया।. तेंदुए ने राहुल को पंजों में दबोच रखा था। . मैं डंडा लेकर तेंदुए को मारने लगी इसके बाद तेंदुए ने बच्चे को तो छोड़ दिया पर मुझ पर हमला कर दिया। और फिर मैंने जैसे तैसे करके उससे खुद को छुड़ाया। तब तक आस पास के लोग भी वहां आ चुके थे”।
बच्चे को बचाने के बाद किरण बेहोश हो गई। घटना की सूचना संजय टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों को दी गई। वन विभाग टमसार रेंज की टीम तुरंत किरण के घर पहुंची और सभी घायलों को उपचार के लिए कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया।. तेंदुए के हमले में बच्चे के गले, पीठ और बाईं आंख में गंभीर चोट आई है. वहीं किरण बैगा के शरीर में भी नाखून से खरोंच के निशान हैं।