दीपावली के ठीक पहले मध्य प्रदेश में ब्लैक आउट हो सकता है। बताया जा रहा है कि रविवार रात 8:27 बजे बिरसिंहपुर पाली संयंत्र की 210 मेगावाट क्षमता वाली तीन नंबर इकाई ठप हो गई। इस वजह से उत्पादन में गिरावट आई है। बीते दिन रात साढ़े आठ बजे तक चारों संयंत्र मिलकर 1,275 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर पाए। जो कि संयंत्रों की क्षमता 5,400 मेगावाट की तुलना में 23.61 प्रतिशत है।
इसके अलावा शनिवार रात 9 बजे सिंगाजी की 660 मेगावाट क्षमता और सारणी की 250 मेगावाट क्षमता वाली 10 नंबर इकाई ने भी अचानक उत्पादन बंद कर दिया था। इस वजह से रविवार दिन में फिर चालू हो गई हैं। जानकारी के मुताबिक, एमपी की जल विद्युत परियोजनाओं के उत्पादन 360 मेगावाट को भी शामिल कर लिया जाए, तो प्रदेश में तीन हजार तीन मेगावाट बिजली का उत्पादन हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, कल से दिवाली का त्यौहार शुरू हो जाएगा। ऐसे में घर-घर में बिजली की खपत बढ़ रही है। दरअसल, बिजली संयंत्र साथ नहीं दे रहे हैं। वहीं उत्पादन लगातार गिरता जा रहा है। इन दिनों हालात ये है कि 8398 मेगावाट बिजली की मांग पूरी करने के लिए सरकार को शेड्यूल से छह हजार 289 मेगावाट बिजली लेनी पड़ रही है। सरकार ने 6034 मेगावाट की मांग भेजी थी। इसके बदले 255 मेगावाट ज्यादा बिजली ली है। ऊर्जा विभाग का दावा है कि प्रदेश में मांग के मुताबिक आपूर्ति की जा रही है।
उत्पादन (मेगावाट में)
बिजली संयंत्र – क्षमता – उत्पादन
- सारणी – 1330 – 290
- बिरसिंहपुर पाली – 1340 – 241
- अमरकंटक चचाई – 210 – 121
- सिंगाजी (प्रथम इकाई) – 1200 – 339
- सिंगाजी (द्वितीय इकाई) – 1320 – 377
- योग 5400 1368
बिजली संयंत्रों में कोयला भंडार –
संयंत्र – प्राप्त भंडार -उपभोग
- अमरकंटक – 2633.60 – 1968.00
- सारणी – 11261.83 – 4581.00
- बिरसिंहपुर पाली – 7456.93 – 6647.00
- सिंगाजी – 19696.45 – 12967.00
- योग – 41048.81 – 26163.00