दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में पिछले दो दिनों से प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ गया है, साथ ही ठंड का अहसास भी होने लगा है। खराब हवा और गिरते तापमान के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। यूपी, पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में दिन के वक्त भी धुंध छाई हुई है, और एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) लगातार खराब हो रहा है। यह स्थिति खासकर उन शहरों के लिए चिंता का कारण बन गई है, जहां पहले से ही प्रदूषण का स्तर उच्च था।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण प्रदूषण में वृद्धि
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत में अचानक घने कोहरे और धुंध का कारण हिमालय क्षेत्र में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है। इस डिस्टर्बेंस के प्रभाव से हवा की दिशा पश्चिम से पूर्व की ओर बदल गई है, जिसके कारण पाकिस्तान और पंजाब के ऊपर जमा प्रदूषण दिल्ली की तरफ बढ़ने लगा है। जब धुआं, धूल और ठंडी हवाएं मिलती हैं, तो आद्रता के साथ धुंध या कोहरा बन जाता है, जिससे AQI का स्तर तेजी से बढ़ता है। दिल्ली का एक्यूआई मंगलवार रात 316 था और बुधवार सुबह यह 349 तक पहुंच गया।
13 से 15 नवंबर तक प्रदूषण में कोई राहत की उम्मीद नहीं
मौसम विभाग का कहना है कि इस समय हवाओं की गति काफी कमजोर है, जिससे प्रदूषण का स्तर फिलहाल कम होने की संभावना नहीं है। 13 से 15 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर खराब ही बना रहेगा। इसके बाद भी अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति बनी रह सकती है। हवाओं की गति 2 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच रहने की संभावना है, जिससे प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है।
ठंड में इजाफा, 18 नवंबर के बाद तापमान में गिरावट
दिल्ली में सोमवार से ठंड का असर महसूस होने लगा है। इसका कारण पहाड़ों पर सीजन की पहली बर्फबारी है, जिसके बाद ठंडी हवाएं दिल्ली तक पहुंचने लगी हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 18 नवंबर के बाद दिल्ली में तापमान में तेजी से गिरावट आने का अनुमान है। बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 14 से 16 नवंबर के बीच अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 से 17 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है।