अगले 24 घंटों में प्रदेश के इन जिलों में बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव तेजी से देखने को मिल रहा है, और नवंबर महीने के पहले सप्ताह में ही ठंड ने दस्तक दे दी है। रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में ठंड का असर बढ़ने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक, जैसे ही हवाओं का रुख बदलेगा, सर्दी और तेज हो जाएगी।

प्रदेश में मौसम का मिजाज

मध्य प्रदेश में इस समय तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बुधवार की रात को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में न्यूनतम तापमान में बदलाव देखा गया। इस मौसम का प्रभाव कृषि पर भी पड़ रहा है, और कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि यह समय किसानों के लिए अच्छा है। वर्तमान तापमान 18-20 डिग्री के बीच रहने से गेहूं की बोवनी के लिए अनुकूल है। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे चने की बोवनी के लिए इस समय का लाभ उठाएं। कई क्षेत्रों में चने की बोवनी का अंतिम दौर चल रहा है, वहीं प्रदेश के कुछ हिस्सों में गेहूं की बोवनी का भी समय है।

रात के तापमान में भारी गिरावट

मध्य प्रदेश में इस समय रात के तापमान में तेज गिरावट देखी जा रही है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में रात का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो चुका है। इसके साथ ही, सर्द हवाएं लोगों को प्रभावित कर रही हैं, और ठंड बढ़ने से सर्दी, जुकाम और बुखार जैसी मौसमी बीमारियों के मामले भी बढ़ रहे हैं। अलाव जलाने की जरूरत भी महसूस हो रही है।

ग्वालियर में सबसे खराब वायु गुणवत्ता

मध्य प्रदेश में प्रदूषण की स्थिति भी चिंता का कारण बन रही है। ग्वालियर में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 309 के उच्चतम स्तर पर था, जो कि खतरनाक मानी जाती है। इसके अलावा, जबलपुर में AQI 288, उज्जैन में 140, भोपाल में 268, और इंदौर में AQI 110 दर्ज किया गया। यह वायु गुणवत्ता पर चिंता जताने वाला आंकड़ा है, और इस पर नियंत्रण पाना जरूरी हो गया है।

अगले कुछ दिनों तक शुष्क मौसम का अनुमान

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मौसम शुष्क रहेगा, जिससे धूप के बावजूद ठंड का असर बने रहने की संभावना है। इस बदलाव के साथ, प्रदेश में ठंडी हवाओं का दौर जारी रहेगा और सर्दी बढ़ने की संभावना है। मध्य प्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ ही किसानों को उपयुक्त मौसम मिलेगा, लेकिन प्रदूषण और सर्दी से बचने के लिए एहतियात बरतने की जरूरत है।