अशून्य व्रत चातुर्मास चातुर्मास के प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि को रखने वाला व्रत है।

इस बार अशून्य व्रत 30 अक्टूबर 2023 के दिन सोमवार को रखा जा रहा है, ये व्रत पत्नियों के लिए पति द्वारा रखा जाता है।

जिस तरह करवा चौथ का व्रत पति की दीर्घ आयु के लिए सुहागिन महिलाओं द्वारा रखा जाता है।

अशून्य व्रत चातुर्मास चातुर्मास के प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि को रखने वाला व्रत है।

चातुर्मास के दौरान पड़ने वाले प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की द्वितीया को अशून्य शयन व्रत किया जाता है

इस व्रत को करने से जीवन भर पति-पत्नी का साथ बना रहता है और रिश्तों में मजबूती आती है।

आज के दिन अशून्य शयन द्वितीया व्रत में मां लक्ष्मी और श्री विष्णु की पूजा का विधान है।

आज पूरा दिन व्रत करके शाम को चन्द्रोदय होने पर, चन्द्रदेव को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है, आज चन्द्रोदय शाम 6 बजकर 21 मिनट पर होगा ।