नवरात्रि हिंदू धर्म का एक बेहद खास त्योहार है, देश भर में यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है - चैत्र और शरदके महीने में।

ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा के नौ रूपों की अलग-अलग रंगों से पूजा करने से मां का आशीर्वाद मिलता है।

इस उत्सव को मनाने के लिए कुछ लोग नवरात्रि के 9 रंग के अनुसार अपने घर के मंदिर की सजावट भी करते हैं।

नारंगी रंग ऊष्मा, आग व ऊर्जा से संबंधित होता है, नारंगी रंग का कपड़ा पहनकर देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है।

1. नारंगी रंग

2. सफेद

शांति का प्रतीक यह रंग हर किसी को पसंद आता है, देवी ब्रह्मचारिणी प्यार एवं वफादारी की प्रतीक हैं।

लाल नवरात्रि के 9 रंगों में सबसे शक्तिशाली रंग माना जाता हैम, लाल देवी काली का रंग है, यह शक्ति और प्रचंडता को दर्शाता है, इस देवी चंद्रघंटा की पूजा की दिन है।

3. लाल

इस रंग का इस्तेमाल देवी कुष्मांडा को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है, जिन्हें उनके आठ हाथ होने की वजह से अष्टभुजा देवी के नाम से भी जाना जाता है

4. रॉयल ब्लू

5. पीला

हिंदू धर्म में, पीले रंग को शिक्षा और ज्ञान का रंग माना गया है, ये देवी स्कंदमाता का रंग है, जो भगवान कार्तिकेय (मुरुगा) की माता हैं।

6. हरा

ये रंग शुरुआत और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, हरा रंग मां प्रकृति का रंग है और देवी कात्यायनी की पूजा भी इसी रंग को धारण करके की जाती है.

7. भूरा

ये एक शांत और सुरुचिपूर्ण रंग है, इसके अलावा, देवी कालरात्रि की पूजा के लिए भूरे रंग का इस्तेमाल किया जाता है।

8. बैंगनी

यह आठवां नवरात्रि रंग है और उत्सव के अंतिम दिन को दर्शाता है, दुर्गा के अवतार महागौरी की पूजा की जाती है और लोग जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा पाने के लिए उनकी पूजा करते हैं।

9.  पीकॉक ग्रीन

पीकॉक ग्रीन नौवां नवरात्रि रंग है जिसका उपयोग देवी सिद्धिदात्री की पूजा के लिए किया जाता है, ये नवरात्री के अंतिम दिन को दर्शाता है और दया, सद्भाव व स्नेह का प्रतीक