दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल अपनी सुंदरता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है और यही कारण है की हर साल हजारों-लाखो पर्यटक इस देखने आते है।

यमुना नदी के किनारे स्थित सफेद संगमरमर के पत्थरों से बना अलौकिक सौन्दर्य का प्रतीक ताजमहल न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है।

ताजमहल को शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनवाया था।

शाहजहां अपनी बेगम मुमताज से बहुत प्यार करता था और उसकी मौत के बाद शाहजहां ने उसकी याद में प्यार की निशानी के तौर पर ताजमहल का निर्माण करवाया था।

ताजमहल मुमताज और शाहजहां  का मकबरा है, उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी सहित इसी ताजमहल में दफनाया गया था।

ताजमहल का पूरा नाम ताजमहल ही है, लेकिन इसका असली नाम कुछ और ही है, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे।

ताजमहल का असली नाम है – “रौजा-ए-मुनव्वर”,रौजा-ए-मुनव्वर का मतलब होता है – जगमगाता हुआ मकबरा।

ताजमहल को बनने में करीब 22 साल लगे थे।,कहा जाता है कि ताजमहल के निर्माण में प्रयुक्त सामग्री को 1000 से अधिक हाथियों के माध्यम से लाया गया था।