स्वामीनारायण संप्रदाय के मंदिर देश के साथ विदेशों में भी फैले हैं, यह देश के सबसे बड़े धार्मिक संप्रदायों में से एक है.

ये संप्रदाय अपने साधुओं को स्त्रियों से दूर रहने की हिदायतें भी देता है.

देश में स्वामीनारायण संप्रदाय ना केवल सबसे पुराने संप्रदायों में है बल्कि ये ऐसा हिंदू संप्रदाय भी है, जो महिलाओं को देख भी नहीं सकते है.

स्वामीनारायण की ये संस्था बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था भी कहलाती है, इस संप्रदाय की शुरुआत अयोध्या से द्वारका गए घनश्याम पांडे ने किया था.

आज भी जब बोचासनवासी अक्षय पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संप्रदाय के साधुओं को एकसाथ दीक्षा दी जाती है.

हाल ही जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी पत्नी के साथ स्वामीनारायण संप्रदाय के विशाल अक्षरधाम मंदिर भी आए थे.

जब इस संस्था में साधुओं को दीक्षा देते हैं तो उन्हें महिलाओं से संबंधित 8 सूत्रीय बातों पर सख्ती से अमल करने को कहा जाता है.

इसके तहत नियम सूत्र कहता है - महिलाओं द्वारा कही जा रही किसी बात को मत सुनो.    दूसरा नियम - स्त्रियों के बारे में किसी हालत में बात नहीं की जाए.