देशभर में गणेश चतुर्थी के त्योहार की धूम है, महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के त्योहार की अलग ही नजारा देखने को मिलता है.
देशभर में गणेश चतुर्थी के त्योहार की धूम है, महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के त्योहार की अलग ही नजारा देखने को मिलता है.
इन सभी मंदिरों में गणपति जी की मूर्ति सूंड वाली है लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में इकलौता गणेश मंदिर ऐसा भी है, जहां गणेश जी की प्रतिमा इंसान रूप की है.
इन सभी मंदिरों में गणपति जी की मूर्ति सूंड वाली है लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में इकलौता गणेश मंदिर ऐसा भी है, जहां गणेश जी की प्रतिमा इंसान रूप की है.
गणपति जी का ये मंदिर तमिलनाडु में है, इस मंदिर का नाम आदिविनायक है, यहां पर गणेश जी की इंसान के रूप की पूजा की जाती है.
गणपति जी का ये मंदिर तमिलनाडु में है, इस मंदिर का नाम आदिविनायक है, यहां पर गणेश जी की इंसान के रूप की पूजा की जाती है.
ये प्रतिमा दुनियाभर में सिर्फ आदिविनायक मंदिर में ही है, इस मंदिर में बप्पा के शरीर पर गजमुख नहीं इंसानी मुख है.
ये प्रतिमा दुनियाभर में सिर्फ आदिविनायक मंदिर में ही है, इस मंदिर में बप्पा के शरीर पर गजमुख नहीं इंसानी मुख है.
मंदिर का नाम भी इसलिए ही आदि विनायक पड़ा क्योंकि यहां आदि यानी गणपति जी के पहले स्वरूप की पूजा होती है.
मंदिर का नाम भी इसलिए ही आदि विनायक पड़ा क्योंकि यहां आदि यानी गणपति जी के पहले स्वरूप की पूजा होती है.
ऐसी मान्यता है कि जब भगवान् शंकर गणेश जी पर क्रोधित हो गए थे, उन्होंने गणेश जी का सिर धड़ से अलग कर दिया था.
ऐसी मान्यता है कि जब भगवान् शंकर गणेश जी पर क्रोधित हो गए थे, उन्होंने गणेश जी का सिर धड़ से अलग कर दिया था.
जिसके बाद गणेश जी के धड़ पर हाथी का सिर लगाया गया था, लेकिन यहां बप्पा के उसी स्वरूप की पूजा की जाती है.
जिसके बाद गणेश जी के धड़ पर हाथी का सिर लगाया गया था, लेकिन यहां बप्पा के उसी स्वरूप की पूजा की जाती है.
यह मंदिर तमिलनाडु राज्य के तिरुवरूर जिले में कुटनूर से लगभग 3 किमी दूर तिलतर्पण पुरी नामक जगह पर है.
यह मंदिर तमिलनाडु राज्य के तिरुवरूर जिले में कुटनूर से लगभग 3 किमी दूर तिलतर्पण पुरी नामक जगह पर है.