जब एक महिला 40 वर्ष की होती है तो उसके शरीर और दिमाग में बहुत कुछ बदल जाता है.

इसमें पेट की चर्बी का जमा होना, वजन का थोड़ा बढ़ना, मधुमेह, मनोभ्रंश और कुछ प्रकार के कैंसर का जोखिम बढ़ना भी है.

इनमें से अधिकतर परिवर्तन एस्ट्रोजेन के स्तर में गिरावट के कारण होते हैं जो इंसुलिन के साथ भी परेशान हो सकते हैं, हार्मोन जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है.

 पोषक तत्वों से भरपूर भोजन खाने से आपके हार्मोन संतुलित रह सकते हैं, मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है.

रोजाना व्यायाम को अपनी दिनचर्या में  शामिल करने से भी काफी मदद मिल सकती है.

 प्रोटीन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है, जो शरीर की दुबली मांसपेशियों के नुकसान को रोकने में मदद कर सकता है.

महिलाएं उम्र के साथ अस्थि घनत्व खोती हैं, और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत रखता है और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में मदद करता है.

आपके शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आयरन की आवश्यकता होती है, आपके लाल रक्त कोशिकाओं में पदार्थ जो आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाता है.

ओमेगा -3 फैटी एसिड को अनुभूति और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए माना जाता है, शरीर के कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी सामान्य और नियंत्रित करते है.

विटामिन डी कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि महिलाओं को इसकी पर्याप्त मात्रा मिले.