क्या आपकी भी कभी-कभी आंख बेवजह फड़कती है और फिर अपने आप ही शांत हो जाती है.

हम सभी इस छोटी सी प्रक्रिया को एक सामान्य हरकत समझकर अनदेखा करते हैं.

 यहां तक की इसको लेकर कई लोगों का मानना है कि ज्योतिष कारणों से उनकी आंख फड़कती हैं.

 इस प्रक्रिया के कई वैज्ञानिक कारण भी हैं जो आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है.

आंखो के फड़कने का सीधा संबंध मांसपेशियों से है, जब मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है तब ये फड़कने लगतीं हैं.

 इसके अलावा तनाव,आंखों पर दबाव, थकान और नींद की कमी समेत कई कारणों से भी आंख फड़कती हैं.

अगर लंबे समय से आपकी आंख फड़क रही है, तो एक बार आंखों की जांच जरूर करवा लें.

आंखें फड़फड़ाने का कोई बड़ा नुकसान नहीं होता है,

जब भी आपकी आंख फड़कने लगे तो तुरंत जोर-जोर से पलकें झपकाना शुरू कर दें, इसके बाद आंख खोलें और जितना हो सके फैलाएं, ऐसा तब तक करें जब तक आंखों से पानी ना निकल जाए.

आंखों को एक मिनट तक जोर से बंद करें और फिर ढीला छोड़ दें. आंखें खोलने से पहले इस प्रक्रिया को तीन बार रिपीट करें.

आंखे फड़कने पर अपनी पलकों को 30 सेकेंड तक झपकाते रहें, इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और पुतलियां साफ होती है, ऐसा करने से आंखों का फड़कना रुक जाता है.