आयुष्मान योजना में बड़ी धांधली, एक मोबाइल नंबर से 7.5 लाख रजिस्ट्रेशन,CAG ने किया खुलासा

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दुनिया की जानी-मानी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ में बड़ी धांधली सामने आई है। सरकार के खर्चों का हिसाब करने वाली संस्था ‘कॉम्प्ट्रॉलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया’ (CAG) ने इस योजना में हुई कई अवस्थाओं को उजागर किया है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि एक ही नंबर से 7.5 लाख लाभार्थी का रजिस्ट्रेशन किया गया है।

मंगलवार को लोकसभा में पेश आयुष्मान भारत के प्रदर्शन पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट में (CAG) ने कहा कि कुल मिलाकर योजना के लाभार्थी की पहचान प्रणाली में 7,49,820 लाभार्थी एक ही मोबाइल नंबर से जुड़े हुए थे।

इसके साथ ही रिपोर्ट में यह बात भी सामने निकलकर आई कि इस योजना में ऐसे कई लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है जो इस रजिस्ट्रेशन के योग्य नहीं है। CAG ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए योग नहीं रहने वाले लोग अभी तक 22 करोड़ का लाभ उठा चुके हैं।

मरे हुए लोगों ने भी उठाया योजना का लाभ

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि 2103 लाभार्थी ऐसे थे जिनकी मौत हो चुकी थी लेकिन तब भी उन्हें योजना का फायदा मिल रहा था।

इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा धांधली

मरे हुए व्यक्तियों के इलाज का दावा करने के सबसे ज्यादा मामले जिन पांच राज्यों में देखने को मिले हैं। उनमें छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश और केरल शामिल है। ऑडिट में डाटा एनालाइज करते समय इस बात का पता चला कि इस योजना के एक ही लाभार्थी को एक ही समय में कई अस्पतालों में भर्ती किया गया। जुलाई 2020 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने भी इस मुद्दे को उठाया था।