हर साल होने वाला गीता जयंती का महोत्सव बृहद स्वरूप में मनाने की परंपरा इस साल करोना काल में भी क़ायम रखते हुए गीता परिवार द्वारा ऑनलाइन मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में 70 देशों के लगभग 50 हजार गीताप्रेमी शामिल होंगे। इसकी जानकारी इंदौर शाखा की अध्यक्ष श्रीमती निर्मला बाहेती ने दी है। आपको बता दे, इस साल 25 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी के दिन श्रीमद्भगवद्गीता का 5157वाँ प्राकट्य दिवस हैं। जिस दिन सायं 7 से 8 बजे गीता परिवार के यूट्यूब चॅनल पर यह महोत्सव मनाया जाएगा। इसमें करीब 50 हजार लोग गीता का 12वाँ एवं 15वाँ अध्याय बोलकर एक लाख गीता अध्यायों का सामूहिक सस्वर पाठ करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, गीता परिवार के संस्थापक तथा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर न्यास, अयोध्या के कोषाध्यक्ष पूज्य स्वामी गोविन्ददेव गिरिजी महाराज एवं पतंजली योगपीठ के पूज्य आचार्य श्री बालकृष्ण जी इस महोत्सव में मार्गदर्शन करेंगे। बता दे, इस अभिनव उपक्रम में गीता से सम्बंधित मनमोहक नृत्य प्रस्तुति भी की जाएगी। दरअसल, इस ॲानलाईन उपक्रम में सहभागी होने वाले सभी को गीता परिवार द्वारा ई-प्रशस्ति पत्र भेजा जायेगा। उपक्रम में सहभागी होने हेतु learngeeta.com पर अपना पंजीकरण करें या फिर https://learngeeta.net/j/7/ पर अपना पंजीकरण करने हेतु संपर्क करें।
ऐसा आव्हान गीता परिवार शाखा इंदौर के पदाधिकारी नितिन माहेश्वरी ने किया। जैसा की आप सभी जानते है गीता भारतीय संस्कृति की विश्व को दी गयी अनुपम भेंट हैं। गीता के प्रचारार्थ गीता परिवार द्वारा गत 34 वर्षों से अन्यान्य उपक्रम आयोजित किये जाते हैं। इस वर्ष भी लॉकडाऊन के चलते गीता परिवार द्वारा गत 7 माह में 70 देशों कै 52 हजार लोगों को शुद्ध उच्चारण सहीत गीता पठन सिखाया गया हैं। इस नि:शुल्क उपक्रम को ग्यारह भाषाओं में चलाने हेतु प्रतिदिन 850 कार्यकर्ता देश-विदेश से ॲानलाईन सेवा दे रहें हैं। इस उपक्रम को गोल्डन बुक ॲाफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में विश्व की सबसे बड़ी ऑनलाइन गीता कक्षा का सम्मान भी प्रदान किया गया है।