Team India Cricketers : भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि जुनून है। हर भारतीय क्रिकेटर का सपना होता है कि वह टीम इंडिया के लिए खेले और एक दिन उसका नेतृत्व करे। टीम इंडिया की कप्तानी करना किसी भी खिलाड़ी के लिए गर्व का पल होता है। लेकिन, कुछ महान भारतीय क्रिकेटर ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने अपने खेल से दुनियाभर में नाम कमाया, पर उन्हें कभी भी टीम इंडिया की फुल-टाइम कप्तानी का मौका नहीं मिला। आइए नजर डालते हैं ऐसे 5 दिग्गज क्रिकेटर्स पर, जो इस मामले में बदकिस्मत रहे।
1. युवराज सिंह (Yuvraj Singh)
युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट के सबसे चमकते सितारों में से एक रहे हैं। उन्होंने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप में अपने प्रदर्शन से भारत को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई। 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों पर 6 छक्के मारने की उनकी उपलब्धि आज भी क्रिकेट इतिहास का सुनहरा पल है। इसके बावजूद युवराज सिंह कभी भारत के कप्तान नहीं बन सके। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, प्रेरणादायक नेतृत्व क्षमता और मैदान पर जबरदस्त ऊर्जा के बावजूद उन्हें यह जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई।
2. रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin)
रविचंद्रन अश्विन को क्रिकेट इतिहास के सबसे चतुर और कुशल स्पिनरों में से एक माना जाता है। उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 765 विकेट दर्ज हैं। अश्विन आईपीएल में कप्तानी का अनुभव भी रखते हैं और कई मौकों पर उन्होंने अपनी रणनीतिक सोच का लोहा मनवाया है। फिर भी, वह कभी टीम इंडिया के फुल-टाइम कप्तान नहीं बन सके। उनकी क्रिकेटिंग समझ और अनुभव को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि वह इस भूमिका के लिए पूरी तरह योग्य थे।
3. हरभजन सिंह (Harbhajan Singh)
“टर्बनेटर” के नाम से मशहूर हरभजन सिंह भारत के सबसे सफल ऑफ स्पिनरों में से एक हैं। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 711 विकेट लिए और आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कप्तानी भी की। उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने चैंपियंस लीग टी20 का खिताब जीता। इसके बावजूद हरभजन को कभी भारतीय टीम की फुल-टाइम कप्तानी करने का मौका नहीं मिला। उनका अनुभव और मैदान पर आक्रामक रवैया टीम इंडिया के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता था।
4. VVS लक्ष्मण (VVS Laxman)
वीवीएस लक्ष्मण को क्रिकेट इतिहास के सबसे स्टाइलिश और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजों में गिना जाता है। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 11,119 रन बनाए और भारत के लिए कई यादगार पारियां खेलीं। 134 टेस्ट मैचों में उनका योगदान टीम इंडिया के लिए अमूल्य रहा। हालांकि, उनका वनडे करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका। इसके साथ ही, उन्हें कप्तानी का मौका कभी नहीं मिला। 2003 वर्ल्ड कप में चयन से चूकना उनके करियर का एक कड़वा सच रहा।
5. जहीर खान (Zaheer Khan)
जहीर खान भारत के महान तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 610 विकेट चटकाए। जहीर की स्विंग और रिवर्स स्विंग गेंदबाजी ने भारत को कई महत्वपूर्ण मैच जिताए। उन्होंने अपने 14 साल लंबे करियर में 92 टेस्ट और 200 वनडे मैच खेले, लेकिन कप्तानी की भूमिका कभी नहीं निभा पाए। उनके अनुभव और शांत स्वभाव को देखकर यह कहना आसान है कि वह टीम इंडिया के सफल कप्तान बन सकते थे।