उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नए साल से पहले रोडवेज कर्मचारियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने अपने नियमित कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 8 प्रतिशत बढ़ा दिया है। इस निर्णय के तहत कर्मचारियों का महंगाई भत्ता अब 38 प्रतिशत से बढ़कर 46 प्रतिशत हो जाएगा।
कर्मचारियों को मिलेगा 8% का फायदा
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि इस बढ़ोतरी का लाभ 15,843 नियमित कर्मचारियों को मिलेगा। हालांकि, इस निर्णय के बाद यूपीएसआरटीसी (UPSRTC) पर 5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा। मंत्री ने यह भी बताया कि 4 प्रतिशत की महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी का अनुमोदन निदेशक मंडल द्वारा किया जा चुका है, और अब यह शासन स्तर पर विचाराधीन है।
कर्मचारियों को मिलेगा अधिक ग्रेच्युटी का लाभ
महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद, रिटायर होने वाले कर्मचारियों को ग्रेच्युटी में भी लाभ मिलेगा। अगर महंगाई भत्ता 46 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत होता है, तो रिटायर कर्मचारियों को अधिकतम 25 लाख रुपये तक ग्रेच्युटी मिल सकेगी, जो कि पहले 20 लाख रुपये थी। यह कर्मचारियों के लिए एक सकारात्मक कदम होगा, जिससे वे अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण चरण में आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करेंगे।
महंगाई भत्ते में वृद्धि से कर्मचारियों में नया जोश और उत्साह आएगा, जिससे उनके कार्य की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है। परिवहन निगम को इस फैसले का लाभ मिलेगा क्योंकि खुश और प्रेरित कर्मचारी बेहतर कार्य प्रदर्शन करेंगे।
UPSRTC के MD मसूद अली सरवर ने महाकुंभ 2025 के दौरान यात्री सुविधाओं के लिए निजी कंपनियों से उनके CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड का उपयोग करने का अनुरोध किया है। इन प्रस्तावित सुविधाओं में पानी के एटीएम, थीम वाले गेट, पूछताछ डिस्प्ले, बेंच, माइक्रोफोन, कंबल, डस्टबिन और स्थायी बस स्टॉप पर साइनेज शामिल हैं। इस प्रस्ताव को कई प्रमुख बैंकों और कंपनियों जैसे SBI, HDFC, PNB, कोटक महिंद्रा, इंडियन ऑयल, और सेंट्रल बैंक को भेजा गया है।
हालांकि, रेगुलर कर्मचारियों ने महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी के इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अब समय है कि संविदा कर्मचारियों की समस्याओं पर भी ध्यान दिया जाए। उनका कहना है कि महंगाई का असर सभी कर्मचारियों पर पड़ रहा है और यूपीएसआरटीसी को संविदा कर्मचारियों के लिए भी विशेष योजनाएं लानी चाहिए, ताकि वे भी बेहतर जीवन यापन कर सकें।