बिजली विभाग की दोपहिया वाहन सेवा से 4 लाख उपभोक्ताओं को मिली घर बैठे सुविधा

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इंदौर। बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक विकास नरवाल द्वारा प्रारंभ की गई डोर टू डोर बिल कलेक्शन सुविधा उपभोक्ताओं के लिए पसंद का विषय बन गई है। कंपनी क्षेत्र में दुपहिया वाहनों से रोज औसतन दस हजार उपभोक्ताओं के घर जाकर बिजली बिलों की वसूली हो रही है, इससे उपभोक्ताओं को जोन तक जाने से निजात भी मिल रही है। समय पर बिल जमा होने के कारण अधिभार से भी स्वमेव मुक्ति मिल रही है।

मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने मई अंत से य़ह सुविधा प्रारंभ की थी, ताकि श्रमिक वर्ग, आदिवासी बहुल इलाकों, दूरदराज क्षेत्र में रहने वालों को जोन, वितरण केंद्र जाने के बजाए घर बैठे बिल भरने की सुविधा मिले। इस सुविधा के लिए करीब 1300 युवाओं ने बिजली कंपनी के विशेष एप को डाउनलोड कर पंजीयन कराया है। ये युवा रोज 50 से 100 उपभोक्ताओं के यहां जाकर बिजली बिलों का राजस्व संग्रहित कर रहे है। मई के दस दिन एवं जून के 30, कुल 40 दिनों में डोर टू डोर कलेक्शन योजना के तहत चार लाख उपभोक्ताओं से बिजली बिल की रकम प्राप्त हुई है, इसमें से इंदौर शहर के उपभोक्ता 50 हजार है। डोर टू डोर कलेक्शन की व्यवस्था के तहत राशि जमा करने वाले उपभोक्ताओं को हाथोंहाथ ई-रसीद दी जाती है, देहात में प्रिंट आउट प्रदान करने की व्यवस्था भी प्रारंभ की गई है।

अधिभार से भी राहत

प्रबंध निदेशक विकास नरवाल के रचनात्मक प्रयासों से प्रारंभ इस तरह की व्यवस्था से अंतिम तिथि या उससे पहले बिल भरने पर उपभोक्ताओं को अधिभार से राहत मिल रही है। घर से जोन, वितरण केंद्र तक जाने में लगने वाला श्रम, समय भी बच रहा है। कोविड के तनाव के बीच यह पहल और भी असरदार महसूस हो रही है।

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बिजली बिल संबंधी 890 शिकायतों का निराकरण

इंदौर। शहर में विद्युत देयकों संबंधी शिकायत के निराकरण के लिए प्रतिदिन शिविर लगाए जा रहे है। 9 दिनों में शहर में कुल 37 शिविर लगाए गए। इनमें कुल 1100 शिकायतें मिली, इनमें से बिजली बिलों संबंधी 890 शिकायतों का त्वरित समाधान किया गया, ज्यादातर शिकायतें लाक डाउन के दौरान रीडिंग के संबंध में थी। अन्य शिकायतों में मीटर बंद या खराब होने, आपूर्ति व अन्य विषयों से जुड़ी रही। मप्रपक्षेविविकं के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर ने बताया कि शहर की तरह ही इंदौर ग्रामीण में 50 शिविर लग चुके हैं, जबकि कंपनी क्षेत्र में करीब 500 शिविरों का आयोजन हो चुका है, 500 और शिविर अगले 8 दिन में लगाए जाएंगे।