तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसद चुने गए राममोहन नायडू किंजरापु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट 3.0 में अब तक के सबसे युवा केंद्रीय मंत्री होने का गौरव प्राप्त करते हैं। राममोहन नायडू अपने पिता की वरिष्ठ टीडीपी नेता येरन नायडू की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं। जिन्हें प्यार से लोग ‘येरन’ के नाम से जाना जाता था और वे 1996 में 39 वर्ष की आयु में सबसे युवा मंत्री बने थे।
नायडू ने 36 वर्षीय आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम निर्वाचन क्षेत्र से लगातार तीन बार लोकसभा चुनाव में अपनी जीत को हांसिल किया हे । उन्होंने 13 मई को हुए चुनावों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के तिलक पेराडा को 3.2 लाख वोटों के अंतर से हराया कर अपनी जीत को दर्ज किया और कम उम्र में सांसद के पद पर जीत हांसिल कि। उन्होंने 1996- 98 तक संयुक्त मोर्चा सरकार में देवेगौड़ा और आईके गुजराल के मंत्रिमंडल में काम किया। उन्हें टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू के सबसे वफादारों में से एक माना जाता है।
श्रीकाकुलम के सांसद एमबीए स्नातक हैं और उनके पास अमेरिका से इंजीनियरिंग की डिग्री है। उन्होंने आरके पुरम के दिल्ली पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। राममोहन नायडू ने 2014 में 26 साल की उम्र में श्रीकाकुलम से लोकसभा सांसद के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, और 16वीं लोकसभा में दूसरे सबसे कम उम्र के सांसद के रूप में अपनी पहचान बनाई। अपने संसदीय कर्तव्यों के अलावा, राममोहन नायडू ने कृषि, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण संबंधी स्थायी समिति के सदस्य का पद संभाला है। सांसद के रूप में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए उन्हें 2020 में संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।