आज से 25 हजार व्यापारी हड़ताल पर, प्रदेश की सभी अनाज मंडियां रहेंगी बंद, ये है व्यापारी की प्रमुख मांगे

RitikRajput
Published on:

Mp, Traders Strike : मध्य प्रदेश के किसानों और आमजन के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। बता दे कि, आज 4 सितंबर से प्रदेशभर के 25,000 अनाज व्यापारी अपनी 11 मांगों के साथ हड़ताल पर जा रहे हैं। इससे पूरे प्रदेश में 230 अनाज मंडियां अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगी, और व्यापारी अनाज की खरीदी नहीं करेंगे।

इस हड़ताल का मुख्य कारण है कि, मप्र सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ समिति ने अनाज मंडियों के विरुद्ध कई मांगों को लेकर हड़ताल का आह्वान किया है। इन मांगों में मंडी फीस को डेढ़ करके 1% किया जाना, निराश्रित शुल्क को समाप्त किया जाना, और अन्य विभिन्न कार्रवाइयों के लिए मांगें हैं।कई मंडियां जैसे कि भोपाल करोंद अनाज मंडी और भैंसाखेड़ी कृषि उपज मंडी भी हड़ताल में शामिल होंगी। व्यापारी मंडियों में किसानों से अनाज खरीदने का आलंब नहीं होगा।

यह हड़ताल किसानों और अनाज व्यापारियों के बीच अपनी मांगों को लेकर अपने हक की रक्षा करने के लिए की जा रही है, और इसका मुख्य उद्देश्य सरकार से अपनी मांगों की पूरी करवाना है।

व्यापारियों की प्रमुख मांगों में शामिल, ये मांगे

व्यापारियों की प्रमुख मांगों में मंडी प्रांगण में आवंटित भूमि पर कलेक्टर गाइडलाइन से शुल्क न लेकर नामिनल दरें रखी जाए। मंडी फीस दर 1 प्रतिशत की जाए। निराश्रित शुल्क समाप्त किया जाए।

मंडी अधिनियम की धारा 19(2) 19 (4) एवं 46 एवं घारा 46 (च) में संशोधन किया जाए। लाइसेंस प्रतिभूति की अनिवार्यता समाप्त की जाए। लेखा सत्यापन एवं पुन: लेखा सत्यापन समाप्त हो। वाणिज्यिक संव्यवहार की प्रथक अनुज्ञप्ति व्यवस्था एवं निराश्रित फीस 25 हजार की वृद्धि समाप्त कर पूर्व फीस 5000 बहाल किया जाए। कृषक प्रतिभूति बढ़ाने के दवाब को हटाया जाए। विक्रेता को जोखिम पेट नवीन प्रतिभूति जमा कराने पर पुरानी प्रतिभूति निश्चित समय में वापस हो।